लखनऊ (लाइवभारत24)। पिछले कई वर्षों में डिजिटल भुगतान के प्रति लगातार बढ़ रहे ग्राहकों के झुकाव के मद्देनजर, एक्सिस बैंक ने गूगल पे और वीजा के साथ मिलकर आज एस क्रेडिट कार्ड लॉन्‍च किया। डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था में भाग लेने के इच्‍छुक उपयोगकर्ताओं के बढ़ते आधार के लिए इस कार्ड को डिजाइन किया गया है। गूगल पे के जरिए मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान आदि करके उपयोगकर्ता 5 प्रतिशत कैशबैक प्राप्‍त कर सकते हैं। उपयोगकर्ता, दैनिक उपयोग वाली श्रेणियों जैसे फूड ऑर्डरिंग, ऑनलाइन ग्रोसरी डिलिवरी, कैब राइड्स के लिए पार्टनर मर्चेंट के प्‍लेटफॉर्म्‍स जैसे स्विगी, जोमेटो, बिगबास्‍केट, ग्रोफर्स और ओला पर किये गये भुगतानों के लिए भी 4 प्रतिशत -5 प्रतिशत कैशबैक प्राप्‍त कर सकते हैं।

अन्‍य सभी ट्रांजेक्‍शंस’ पर भी 2 प्रतिशत का असीमित कैशबैक उपलब्‍ध है, ये खूबियां इस कार्ड को इसके सेगमेंट में सबसे लाभदायक क्रेडिट कार्ड बनाती हैं। उपयोगकर्ताओं द्वारा एस क्रेडिट कार्ड के आवेदन से लेकर उन्‍हें इसे जारी किये जाने तक की पूरी प्रक्रिया सुविधाजनक और डिजिटल हैय इस क्रेडिट कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। उपयोगकर्ताओं के कैशबैक की राशि सीधे उनके एस क्रेडिट कार्ड खाते में आ जायेगी। वीजा के सहयोग से इसमें टोकेनाइजेशन का फीचर जोड़ा गया है, जिससे गूगल पे उपयोगकर्ता अपने कार्ड का ब्यौरा भौतिक रूप से साझा किये बिना ही उनके फोन से जुड़े सुरक्षित डिजिटल टोकन के जरिए अपने एस क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर सकते हैं। लॉन्‍च के बारे में टिप्‍पणी करते हुए, एक्सिस बैंक कार्ड्स एंड  पेमेंट्स के ईवीपी व हेड, संजीव मोघे ने कहा, श्श्हम ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग समाधान उपलब्‍ध कराने हेतु नवाचार-प्रेरित साझेदारी मॉडल पर लगातार काम कर रहे हैं। इस प्रयास में, हमें एस क्र‍ेडिट कार्ड को लॉन्‍च करने के लिए गूगल पे और वीजा के साथ सहयोग करने की खुशी है। एस क्रेडिट कार्ड, अपने सेगमेंट का सबसे लाभप्रद क्रेडिट कार्ड है जो न केवल विशेष लाभ व इनाम प्रदान करता है, बल्कि इसे उन उपयोगकर्ताओं की आवश्‍यकताएं पूरी करने के लिए भी डिजाइन किया गया है, जो डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था में भाग लेना चाहते हैं।

इसीलिए, इसके लेने से लेकर इसके उपयोग की प्रक्रिया परेशानी रहित है। इस सहयोग और उत्‍पाद निर्माण से हमें गूगल पे के जरिए अपना दायरा बढ़ाने और क्रेडिट कार्ड के उपयोग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी तथा डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने व देश को लेस-कैश सोसाइटी में बदलने में सहयोग दिया जा सकेगा।

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