नई दिल्ली (लाइवभारत24)। विधानसभा चुनाव के लिए बंगाल में भाजपा ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने इसे सोनार बांग्ला संकल्प पत्र कहा है। सरकारी नौकरी में महिलाओं को 33% आरक्षण, मछुआरों को हर साल 6 हजार रुपए, केजी से पीजी तक महिलाओं की पढ़ाई फ्री करने और उत्तर बंगाल, जंगल महाल और सुंदरबन में तीन नए एम्स खोलने की बात कही है। वहीं, इन जगहों पर हर परिवार में एक सदस्य को रोजगार का वादा भी किया गया है। वहीं घोषणा पत्र में नोबल प्राइज की तर्ज पर टैगोर प्राइज देने का ऐलान भी किया गया है।

कोलकाता के ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर (EZCC) में घोषणा पत्र जारी करते हुए शाह ने कहा, ‘देश भर में बेरोकटोक हर धर्म का त्योहार मनाया जाए। सरस्वती और दुर्गा पूजा के लिए कोर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। 70 साल से जो शरणार्थी यहां बसे हैं, CAA को पहली कैबिनेट में लागू कर उन्हें नागरिकता दी जाएगी। हर परिवार को 10 हजार रुपए सालाना दिए जाएंगे। ओबीसी में कुछ और समुदायों को जोड़ेंगे। किसान सम्मान निधि में 75 लाख किसानों को 18 हजार रुपए एक साथ बिना कटमनी के उनके खाते में दिए जाएंगे। किसान सम्मान निधि में 6 हजार रुपए केंद्र सरकार और 4 हजार रुपए राज्य सरकार देगी।’

केजी से पीजी तक महिलाओं की पढ़ाई फ्री होगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में उनका सफर भी फ्री रहेगा।
सभी सरकारी कर्मचारियों को 7वें वेतनमान का फायदा दिया जाएगा।
सीएमओ के तहत एंटी करप्शन सिस्टम होगा। लोग सीधे सीएम तक शिकायत कर पाएंगे।
दलित और पिछड़े वर्ग की छात्राओं को मदद दी जाएगी। 6वीं कक्षा में 3 हजार, 9वीं में 5 हजार रुपए मिलेंगे।
5 हजार करोड़ का इंटरवेंशन फंड होगा, जिससे किसानों की उपज खरीदी जाएगी।
भूमिहीन किसानों और मछुआरों को 3 लाख रुपए का बीमा दिया जाएगा। किसान कार्ड की जगह उन्हें रुपे कार्ड देंगे।
अमूल के साथ मिलकर मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएंगी, ऐसी 5 मेगा यूनिट बनाई जाएंगी।
मुर्शिदाबाद में रिसर्च सेंटर बनेगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में 10 हजार करोड़ का कादंबिनी हेल्थ फंड बनाया जाएगा। 900 नई 108 एंबुलेंस लाई जाएंगी।
वन नेशन वन हेल्थ आईडी की शुरुआत की जाएगी।
हर ब्लॉक में नेताजी सुभाष चंद बोस बीपीओ की शुरुआत की जाएगी।
आईआईटी की तर्ज पर 5 संस्थान बनाए जाएंगे।
सभी नौकरियों के लिए कॉमन सिस्टम होगा।
2 हजार का खेल कोष बनेगा, हर साल खेलो बांग्ला महाकुंभ किया जाएगा।
जिन्होंने करप्शन किया, उन्हें कानून के सामने खड़ा करेंगे।
सामुदायिक और राजनीतिक हिंसा, बालू माफिया, गो तस्करी के खिलाफ एक तंत्र बनाया जाएगा।
राजनीतिक हिंसा से पीड़ित हर परिवार को 25 लाख का मुआवजहा, एसआईटी मामलों की जांच करेगी। व्हिसल ब्लोअर कानून बनाकर उन्हें प्रोटेक्शन देंगे।
10 लाख रुपए का लोन बिना गारंटी के MSME को दिया जाएगा।
राज्य में 2 रुपए यूनिट बिजली देंगे।
उद्योगों को 15 दिन में अनुमति मिले इसलिए सिंगल विंडो सिस्टम लॉन्च करेंगे (शाह ने यहां तंज कसते हुए कहा कि सिंगल विंडो से मेरा मतलब भतीजा नहीं है)
सातों दिन साफ पानी की सप्लाई होगी।
बस सेवाओं के लिए 10 हजार करोड़ का प्रावधान होगा। टर्मिनल के निर्माण के लिए 4600 करोड़ का प्रावधान होगा।
बंगाल की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए गुरुदेव सेंटर ऑफ कल्चरल की स्थापना की जाएगी।
सभी पुरोहितों को 30 हजार रुपए महीना वेतन दिया जाएगा। मंदिरों के नवीनीकरण के लिए 100 करोड़ का फंड जारी होगा।
यूएन में बांग्ला को अधिकारिक भाषा बनाने के लिए प्रयास करेंगे।
सरकारी पत्राचार में बांग्ला का इस्तेमाल करने के लिए अध्यादेश लाया जाएगा।
विश्वस्तरीय सोनार बांग्ला संग्रहालय की स्थापना की जाएगी।
कोलकाता की दुर्गा पूजा को बढ़ावा देकर ऐसी व्यवस्था करेंगे कि दुनिया भर के पर्यटक आएं।
स्कूलों में 10वीं तक की पढ़ाई बांग्ला भाषा में करना अनिवार्य किया जाएगा। इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई भी बांग्ला में हो इसकी शुरुआत करेंगे।
कोलकाता फिल्म महोत्सव का आयोजन करेंगे। पर्यटन के लिए 9 सर्किट की स्थापना करेंगे।
प्रदेश में अन्नपूर्णा कैंटीन में 5 रुपए की दर से दिन में 3 बार भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
कोलकाता को 22 हजार करोड़ से विश्वस्तरीय शहर बनाएंगे। 10 मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाई जाएंगी।
गंगा सागर मेले के लिए 2500 करोड़ रुपए का प्रावधान होगा।
मैं बनिया हूं, पाई-पाई का हिसाब रखता हूं।
पार्टी के मेनिफेस्टो में बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने के बाद अमित शाह ने कहा कि कोई यह न पूछे कि इसका पैसा कहां से आएगा। शाह बोले, ‘मैं बनिया हूं। मुझ पर भरोसा रखना। पाई-पाई का हिसाब रखकर इसे बनाया गया है।’
शाह ने कहा, ‘आपने अब तक कांग्रेस, लेफ्ट और टीएमसी को वक्त दिया है। ये सभी पार्टियों ने बंगाल को आजादी वाली स्थिति से नीचे लाने का काम किया है। एक बार मोदीजी के नेतृत्व वाली सरकार को मौका दीजिए। हम फिर से बंगाल की संस्कृति को गौरवांवित करने का वादा करते हैं। बड़ा स्वप्न लेकर आपके सामने आए हैं आप हमें आशीर्वाद दीजिए। गुंडों का डर मत रखिए, वे कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।’
‘BJP ने हमेशा घोषणा पत्र को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। कई सालों से संकल्प पत्र महज एक प्रक्रिया बनकर रह गया था। भाजपा की सरकारें बनने के बाद संकल्प पत्र पर सरकारें चलने लगी हैं। हमने पूरी प्रक्रिया को गंभीरता प्रदान की है। इसलिए घोषणा पत्र की जगह संकल्प पत्र कहना शुरू किया। हम कैसे सोनार बांग्ला बनाएंगे, यह सिर्फ घोषणा नहीं है, संकल्प है।’
‘आज के प्रगतिशील भारत की नींव कल के बंगाल में रखी गई। यहीं वंदे मातरम मिला, यहीं जन गण मन मिला। यहीं से सशस्त्र क्रांति की शुरुआत हुई। स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्तियों ने चेतना का रास्ता प्रशस्त किया। जब देश कुरीति में जकड़ा था, तब बंगाल के सपूतों ने समाज सुधार की शुरुआत की। आजादी की लड़ाई का नेतृत्व भी बंगाल ने किया।’
‘सुभाषचंद्र बोस, खुदीराम बोस जैसे महान नायकों ने आजादी के आंदोलन को आकार दिया। मगर आज 73 साल बाद बंगाल काफी पिछड़ गया है। इसका कारण 30 साल का प्रशासन है। लेफ्ट और ममता जी का शासन इसकी वजह है। महिलाओं के लिए यह सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। विवेकानंद की भूमि पर युवा निराश हैं। टीएमसी के कुशासन ने काले अध्याय की शुरुआत की है।’
बंगाल के परंपरागत उत्सवों को भी वोट की राजनीति की नजर से देखा गया। ममता जी ने पूरे एडमिनिस्ट्रेशन का राजनीतिकरण कर दिया, राजनीति का अपराधीकरण कर दिया। त्योहार मनाने के लिए कोर्ट से गुहार लगानी पड़ती है। राजनीतिक हिंसा चरम तक पहुंच गई है। 130 से ज्यादा पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। 1967 से यहां ऐसी सरकारें रहीं, जो केंद्र सरकार से लड़ती रहीं। हमारे फेडरल स्ट्रक्चर में अंधविरोध नहीं है। भारत का विकास इसकी संकल्पना है।
बंगाल में जिस तरह BJP और TMC बंगाल चुनाव में अपनी जीत को लेकर जोर लगा रही हैं, उससे सभी की नजर BJP के घोषणा पत्र पर थी। इस बात का पहले ही अंदाजा था कि BJP बंगाल को रोजगार, भ्रष्टाचार से जुड़ी समस्याओं से निकालने के लिए अपनी रणनीति बता सकती है। इससे पहले 17 मार्च को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने TMC का घोषणापत्र जारी किया था। 146 पेज के डॉक्यूमेंट में ममता ने कई वादे किए हैं। इसमें उन्होंने नौकरी, हेल्थ, एजुकेशन, किसानों और गरीबों के लिए योजना लागू करने का ऐलान किया है।
भाजपा ने घोषणापत्र जारी करने से पहले राज्य में लक्ष्य सोनार बांग्ला अभियान चलाया था। लोगों से राज्य में बदलाव को लेकर राय मांगी थी। इस अभियान की शुरुआत खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी। इस दौरान BJP ने हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक LED रथ पहुंचाने के लिए 294 LED रथों की व्यवस्था की थी। इसमें मौजूद एक बॉक्स में लोगों से सुझाव डालने को कहा गया था। इन्हीं को आधार बनाकर BJP ने यह घोषणा पत्र जारी किया है।
पश्चिम बंगाल में इस बार 8 फेज में वोटिंग होगी। 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 27 मार्च (30 सीट), 1 अप्रैल (30 सीट), 6 अप्रैल (31 सीट), 10 अप्रैल (44 सीट), 17 अप्रैल (45 सीट), 22 अप्रैल (43 सीट), 26 अप्रैल (36 सीट), 29 अप्रैल (35 सीट) को होनी है।

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