बीजिंग (लाइवभारत24)। कोरोनावायरस को लेकर चीन ने अब फिर नया दावा किया है। चीन ने शुक्रवार को कहा, ‘पिछले साल ही संक्रमण दुनिया के कई हिस्सों में फैल चुका था, लेकिन वह पहला देश था, जिसने इसकी जानकारी दुनिया को दी और बचाव के लिए कदम उठाए।चीन ने इस रिपोर्ट को भी खारिज किया कि महामारी चीन के वुहान शहर के मीट मार्केट में चमगादड़ या पैंगोलिन से फैली। साथ ही अमेरिकी के उन आरोपों से भी इनकार किया कि कोरोना वुहान के बायो लैब से पैदा हुआ है। चीन में कोरोना के अब तक 85 हजार 521 मामले सामने आए और 4634 मौतें हुईं। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘कोरोनावायरस एक नए तरह का वायरस है, क्योंकि रिपोर्ट सामने आने के बाद इसे लेकर ज्यादा से ज्यादा तथ्य सामने आए हैं।’ विदेश मंत्रालय का यह जवाब अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की टिप्पणी के बाद आया है। क्वाड देशों की बैठक के लिए टोक्यो गए पोम्पियो ने मंगलवार को चीन के कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) पर वायरस को लेकर जानकारी छिपाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने महामारी संकट को बदतर बना दिया है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि डब्ल्यूएचओ एक टीम चीन भेजने वाला है। इससे पहले अगस्त में डब्ल्यूएचओ की दो-सदस्यीय टीम ने चीन का दौरा किया था। उन्होंने वहां कोरोना के सोर्स का पता लगाने के लिए जांच की थी। पिछले साल दिसंबर में कोरोना का पहला मामला वुहान में सामने आया था। हुआ ने पोम्पियो के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि चीनी वैज्ञानिकों के एक ग्रुप ने 19 जनवरी को कोरोना के संक्रमण की पहचान की थी। काफी रिसर्च और जांच के बाद, चीन ने वुहान को जल्द से जल्द बाहरी दुनिया से बाहर रखा और कई सख्त कदम उठाए थे।
23 जनवरी को वुहान में लॉकडाउन लगाया गया था। उस समय चीन के बाहर केवल 9 केस थे। वहीं, अमेरिका में केवल 1 केस मिला था। अमेरिका ने 2 फरवरी को चीनी नागरिकों के लिए अपना बॉर्डर बंद कर दिया था। उस समय वहां करीब 12 केस थे। लेकिन, अब अमेरिका दुनिया का सबसे संक्रमित देश है। वहां 78 लाख से ज्यादा केस मिल चुके हैं, जबकि 2 लाख 17 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। खुद वहां प्रेसीडेंट कोरोना के ताजा शिकार हुए है।

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