लखनऊ(लाइवभारत24)। राजधानी में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के आविष्कारक डॉ हैनिमैन की पुण्यतिथि सादगी पूर्वक मनायी गई । इस अवसर पर गोमती नगर के हैनिमैन चौराहे पर स्थापित डॉ हैनिमैन की प्रतिमा पर उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के चेयरमैन डॉ बी एन सिंह, केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व वरिष्ठ सदस्य डॉ अनुरूद्व वर्मा ,प्रोफेसर रेनु महेन्द्र डॉ पंकज श्रीवास्तव ,डॉ दीपक सिंह ,डॉ दुर्गेश चतुर्वेदी ,अभिषेक वर्मा सहित अनेक चिंकित्सकों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
बंगलोर के प्रोफेसर बी डी पटेल ने कहा कि उन्होंने औषधि की अल्प मात्रा के प्रयोग की व्यवस्था दी । हैदराबाद के प्रोफेसर एस प्रवीण कुमार ने कहा कि डॉ हैनिमैन ने रोग की नहीं बल्कि रोगी के उपचार का सिद्धांत प्रतिपादित किया । पॉन्डिचेरी के डॉ उत्तरेश्वर पचगवाकर ने कहा कि होम्योपैथी उपचार का प्राकृतिक और सौम्य तरीका है । कोलकाता के प्रोफेसर सुभाष सिंह ने कहा कि होम्योपैथी में 80 प्रतिशत स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान उपलब्ध है।
पंजाब के डॉ तनवीर हुसैन कहा कि डॉ हैनिमैन ने उपचार का प्राकृतिक तरीका बताया । भोपाल के प्रोफेसर नीशान्त निम्बिसान ने बताया कि उन्हीने ने रोगी को क्योर करने की बात कही । दिल्ली के डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि डॉ हैनिमैन का योगदान अतुलनीय है । दिल्ली के डॉ राहुल सिंह ने कहा कि डॉ हैनिमैन ने परम्परागत चिकित्सा का विकल्प प्रस्तुत किया। , लखनऊ के डॉ नीशान्त श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ हैनिमैन ने दवाईओं का परीक्षण अपने ऊपर किया। भार्गव फाइटो लैब के प्रबंध निदेशालय आर एस भार्गव ने लैब कि गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी । वेविनार को डॉ रजनीश ,डॉ इश्मीत कौर डॉ याशिका अरोरा आदि ने संबोधित किया ।