लखनऊ (लाइवभारत24)।  सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि विकास दुबे के एनकाउण्टर के साथ उन सभी सबूतों, साक्ष्योंका भी एनकाउण्टर हो गया है जिससे अपराधियों, पुलिस और सत्ता में बैठे उसके संरक्षकोंके चेहरे बेनकाब होतें। यह घटनाक्रम उन सभी को बचाने की कोशिश भी है जो उसके मददगाररहे हैं। अतः इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सरकार विकास दुबे की पांच वर्ष की सीडीआरजारी करे और पूरे प्रकरण की सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश द्वारान्यायिक जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की चालाकी देर तक ढकी नहीं रह सकतीहै। बिकरू काण्ड में नए मोड़ से संदेह का घेरा चौड़ा होता जा रहा है। लगता है पुलिसकी गाड़ी, जिसमें उज्जैन से विकास दुबे को कानपुर लाया जा रहा था, नहीं पल्टी बल्किएनकाउण्टर की वजह से कई राज खुलने से भाजपा सरकार पलटने से बच गई है। विकास के साथ न्याय की उम्मीद भी दफ़न: राजभर  लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्षओमप्रकाश राजभर ने ट्वीट किया कि, जिसका था अंदेशा वही हो गया, कानपुर काण्ड का मुख्य आरोपी विकास दुबे अगर मुंह खोलता तो कई बड़े नेता और अफ़सर नहींरहते अपना मुंह खोलने लायक! कोई तो बड़ा शख़्स है इसके पीछे जो नहीं चाहता था कि विकासदुबे मजिस्ट्रेट के सामने सच्चाई बताता उससे पहले बंद कर दी गयी वो ज़ुबान। वहीं राजभर ने अपनेट्वीट में लिखा कि शहीद पुलिसकर्मियों को न्याय मिला कहाँ। शहीदों को न्याय तब मिलताजब विकास दुबे से जुड़े पुलिस और नेताओं का पूरा सिंडिकेट बेनकाब होता। विकास दुबेके साथ न्याय की उम्मीद दफ़न हो गई। पहले चिट्ठियाँ ग़ायब, सबूत दफन, विकास दुबे नेयोगी सरकार का असली चेहरा जनता के सामने लाकर रख दिया।

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