लखनऊ(लाइवभारत24)। प्राइवेट सेक्टर की अग्रणी गैर जीवन बीमा कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ने देश के तेजी से बढ़ते कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा स्टार्ट-अप प्लम के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत भारत के पहले टेक्नोलॉजी समर्थित ग्रुप स्वास्थ्य बीमा प्रोडक्ट्स की न सिर्फ नए सिरे से परिकल्पना की जाएगी बल्कि इन्हें मिल कर तैयार किया जाएगा। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड और प्लम का इरादा नई टेक्नोलॉजी के सहारे ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस के चार अहम क्षेत्रों के कामकाज के मौजूदा तौर-तरीकों को बेहतर बनाने और समस्याओं का समाधान पेश करना है। ये चार क्षेत्र हैं- रियल टाइम प्राइसिंग, ऑन-बोर्डिंग, पॉलिसी प्रबंधन और दावे। भारत में स्वास्थ्य बीमा की पहुंच काफी कम है। देश की जीडीपी का सिर्फ 0.29 फीसदी हेल्थ सेक्टर पर खर्च होता है। कोई आश्चर्य नहीं है कि भारत, इलाज के दौरान मरीज या उसके परिजनों की जेब ( इलाज के लिए अपनी जेब से खर्च करना, भले ही इसकी भरपाई बाद में नियोक्ता या बीमा कंपनियों से हो जाए) से सबसे ज्यादा खर्च कराने वाले देशों में शुमार है। लिहाजा भारत में स्वास्थ्य बीमा की भारी मांग है। यह मांग पूरी नहीं हो रही है। भारत में हेल्थकेयर पर जितना खर्च होता है उसका सिर्फ 2 फीसदी हेल्थ इंश्योरेंस मुहैया कराने वाली कंपनियां कवर कर पाती हैं। भारत सकार की ओर हेल्थकेयर सेक्टर में खर्च के कवरेज में इंश्योरेंस कंपनियों की भागीदारी बढ़ाने के लिहाज से आयुष्मान भारत, आईआरडीएआई की सैंडबॉक्स और नेशनल हेल्थ स्टैक जैसी पहल सही दिशा में उठे कदम हैं। लेकिन जहां तक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस मार्केट का सवाल है, तो कुल बीमित आबादी में 15 फीसदी की हिस्सेदारी और 25 फीसदी की सालाना ग्रोथ वाले इस सेगमेंट में एक तरह से यथास्थिति बनी हुई है। इसे देखते हुए आईसीआईसीआई लोम्बार्ड और प्लम ने ग्रुप इंश्योरेंस मार्केट का लाभ लेने का लक्ष्य बनाया है। दोनों मिल कर इस सेक्टर में इंश्योरेंस कवरेज को बढ़ाना चाहते हैं।

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