इस्लामाबाद (लाइवभारत24)। पेशावर की दिर कॉलोनी में मंगलवार को एक मदरसे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) ब्लास्ट हुआ। इसमें सात लोगों की मौत हो गई। 19 बच्चों समेत 70 लोगों के जख्मी होने की खबर है। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त धमाका हुआ मदरसे में कुरान का पाठ पढ़ाया जा रहा था। पुलिस के सीनियर अफसर वकार अजीम ने बताया कि कोई व्यक्ति एक बैग लेकर मदरसे के अंदर आया था। घायलों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती किया गया है। पेशावर एसएसपी मंसूर अमन ने कहा कि हादसे की वजह पता की जा रही है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, ब्लास्ट रिहाइशी इलाके में हुआ है, ऐसे में रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।
पाकिस्तान के पेशावर में 16 दिसंबर 2014 की सुबह करीब 10:30 बजे एक आर्मी स्कूल पर बंदूकधारी आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 132 बच्चों को मार दिया गया था। सात तालिबानी आतंकी स्कूल के पिछले दरवाजे से घुसे थे। उनके हाथों में ऑटोमैटिक वेपन्स थे। वे सीधे स्कूल के ऑडिटोरियम की ओर बढ़े। जहां मौजूद मासूमों पर उन्होंने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसके बाद आतंकी एक-एक क्लासरूम में घुसकर फायरिंग करने लगे। कुछ ही मिनटों के बाद स्कूल के अंदर लाशें बिछ गईं।
बच्चों के सामने ही आतंकियों ने स्कूल की प्रिंसिपल ताहिरा काजी को भी गोलियों से भून दिया था। यह देखने के लिए मासूमों को मजबूर भी किया गया। आतंकियों ने कुछ बच्चों को लाइन में खड़ा कर गोलियों से भूना, तो कुछ छिपे बच्चों पर तब तक गोलियां बरसाईं, जब तक उनके शरीर के टुकड़े बिखर नहीं गए।