लखनऊ (लाइवभारत24)। इसे अपने जीवन साथी के लिए प्यार कहें या फिर इसे एक परंपरा मान लें, पर सच्चाई यह है कि उत्तर भारत में सभी महिलाओं के लिए सबसे खास मौकों में से एक है- करवा चौथ। इस शुभ दिन के मौके पर महिलाएं पूरे दिन का व्रत रखती हैं और शाम को पूजा से पहले किसी नई-नवेली दुल्हन की तरह सोलह श्रंगार करती हैं और अपने साझा प्यार का जश्न मनाती हैं। करवा चौथ का ही एक और पहलू है, जिसकी तरफ बहुत कम ध्यान दिया गया है और वो है- सरगी। इस दिन व्रत से पूर्व सूर्योदय से पहले सास या परिवार के अन्य बुजुर्ग अपनी बहू को एक खास भेंट देते हैं जिसे सरगी कहते हैं। ये करवा चौथ के दिन दिया जाने वाला मुख्य भोजन और भेंट के रूप में दिया जाने वाला आशीर्वाद होता है। सूर्योदय से पहले का मतलब है कि प्रातः लगभग 4-5 बजे सास अपनी बहू को सरगी देती हैं। इस तरह सरगी न सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा है, बल्कि यह सास और बहू के बीच अंतरंग संबंधों को और मजबूत भी करता है। इस बार करवा चौथ पर कल्याण ज्वैलर्स ने 6 विशेष आभूषण तैयार किए हैं, जिन्हें कलात्मक रूप से डिजाइन किया गया है और जिन्हें आपकी पसंद के अनुसार विशेष रूप से क्यूरेट किया गया है। मेंहदी से रंगे हाथों का रंग और साथ में भक्ति, ऊर्जा, प्रेम और शक्ति से जुड़ी भावनाओं के साथ कीमती पत्थरों और सोने के संयोजन से रचे गए ये आभूषण करवा चौथ पर सरगी के रूप में उपहार में देने के लिए एकदम उपयुक्त हैं। सास या पति इन आभूषणों का इस्तेमाल सरगी के रूप मंे कर सकते हैं।

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