18.9 C
New York
Monday, 9th \ June 2025, 08:17:46 AM

Buy now

spot_img

करवा चौथ आज: सुहागिनी पति की लंबी उम्र के लिए रखेंगी निर्जला व्रत, जाने पूजा का शुभ मुहूर्त

लखनऊ (लाइवभारत24)। आज भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ करवा चौथ महिलाएं रखेंगी व्रत इस वर्ष पूजन का बहुत ही विशेष माना गया है क्यों कि इस बार 70 साल बाद ऐसा योग बन रहा है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र और मंगल का योग है एक साथ आ रहा है। करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग होना अपने आप में एक अद्भुत योग है। पंडित कृष्णा प्रसाद उपाध्याय के अनुसार यह योग करवाचौथ को और अधिक मंगलकारी बना रहा है। इससे करवा चौथ व्रत करने वाली महिलाओं को पूजन का फल हजारों गुना अधिक मिलेगा।
करवा चौथ के दिन इस बार चंद्रोदय रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा, जिसमें आप चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना करवा चौथ का व्रत पूर्ण कर सकती हैं। पंचांग के अनुसार इस दिन चतुर्थी तिथि का प्रारंभ की सुबह 4 बजकर 24 मिनट पर होगा और चतुर्थी तिथि की समाप्ति अगले दिन को सुबह 6 बजकर 14 मिनट पर होगी।
सुहागिनें निराजल उपवास रख छलनी ,चलनी, के माध्यम से चन्द्र दर्शन कर बिधिविधान से पुजा अर्चना कर पतिदेव के कुशल जीवन की कामना करती हैंकरवा चौथ पर बुधवार को महिलाएं अटल सुहाग की कामना कर व्रत रखेंगी। चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ेंगी। इस दिन अमृत-सर्वसिद्धि सर्वार्थ योग संग बुधवार का संयोग भगवान गणेश की खास कृपा बरसाएगा। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी सुबह 3:24 बजे लग जाएगी। दूसरे दिन 5 नवंबर को सुबह 5:14 बजे तक रहेगी। ज्योतिषाचार्य ब्रह्मदेव शुक्ला के मुताबिक इस बार चतुर्थी बुधवार को पड़ने से भगवान गणेश की अर्चना करने से लाभ होगा। महिलाएं इस दिन अखंड सौभाग्य की कामना कर व्रत रखती हैं। मनवांछित पति पाने की कामना में कुंवारी लड़कियां भी व्रत रखती हैं। मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं। राशि के स्वामी शुक्र और बुध हैं। इसलिये बुधवार को दिनभर सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
पूजा विधि
सूर्योदय से पहले स्नान कर व्रत रखने का संकल्प लें। फल, मिठाई, सेवईं व पूड़ी की सरगी ले व्रत शुरू करें।
भगवान शिव के परिवार की पूजा करें। भगवान गणेश जी को पीले फूलों की माला और लड्डू का भोग लगाएं। शिव पार्वती को बेलपत्र व शृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।  मिट्टी के करवे पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। पीतल के करवे में पूड़ी व मिठाई रखें। ढक्कन पर चावल रखकर दीपक जलाएं।  पूजा अर्चना कर करवा चौथ की कथा सुनें। चंद्रमा को अर्घ्य दे परिक्रमा करें।

Related Articles

1 कमेंट

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Stay Connected

0फॉलोवरफॉलो करें
0सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें
- Advertisement -spot_img

Latest Articles

error: Content is protected !!