-होम आईसोलेशन में योगी आदित्यनाथ ने की स्थिति की समीक्षा, दिये निर्देश
-केजीएमयू में हृदय रोग विभाग व स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग को रखा जायेगा कोविड से अलग
-मंत्री बृजेश पाठक ने कोविड प्रबंधन के मद में विधायक निधि से दिये एक करोड़
-सभी समारोह स्थलों को अस्थायी कोविड अस्पताल बनाने के लिए डीएम को लिखा पत्र
लखनऊ, (लाइव भारत 24)। कोरोना महामारी की दूसरी लहर का तांडव उत्तर प्रदेश में खासकर राजधानी लखनऊ में इतना जबरदस्त देखने को मिल रहा है कि लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। कोरोना की जांच से लेकर भर्ती, इलाज और मौत के बाद श्मशान तक में अंतिम संस्कार की स्थिति भयावह होती जा रही है। ऐसे में, कोरोना से किसी भी प्रकार की परिस्थितियों से निपटने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के बलरामपुर अस्पताल और केजीएमयू अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश दिये हैं। इसके अनुपालन में केजीएमयू ने सूचना भी जारी करते हुए बताया है कि 19 अप्रैल से स्थिति सामान्य होने तक स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग व हृदय रोग विभाग को छोड़कर शेष इमरजेंसी सहित अन्य सभी विभागों की चिकित्सा सेवायें बंद हो जायेंगी, जबकि बलरामपुर अस्पताल में सभी गैर कोविड चिकित्साएं बंद हो जायेंगी।
कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने विधानसभा क्षेत्र में आरटीपीसीआर टेस्ट व अस्थायी अस्पताल बनाने के लिए विधायक निधि से दिए एक करोड़
वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और लखनऊ मध्य क्षेत्र के विधायक बृजेश पाठक ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए अपनी निधि से एक करोड़ देने का सराहनीय कदम उठाते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अपने विधानसभा क्षेत्र में आरटीपीसीआर टेस्ट और अस्थायी अस्पताल बनाने के लिए कहा है।
कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने अपने पत्र में जिलाधिकारी को लिखा है कि वर्तमान में प्रचलित कोरोना महामारी के विकराल स्वरूप लेने के दृष्टिगत मेरी विधायक निधि से मध्य विधानसभा क्षेत्र के सभी वार्डों में अस्थाई रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के लिए केंद्र बनाए जाएं साथ ही वहां ऑक्सीमीटर की व्यवस्था भी कराई जाए। उन्होंने लिखा है कि टेलीमेडिसिन के माध्यम से जो लोग को आइसोलेशन में हैं उन्हें घर पर ही दवा उपलब्ध कराई जाए।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि लखनऊ के सभी कल्याण मंडप, बारात घर, गेस्ट हाउस को L—1 व L—2 अस्थाई हॉस्पिटल बनाया जाये एवं इन हॉस्पिटल के लिए ऑक्सीजन भी सिलेंडर के माध्यम से उपलब्ध कराई जाए। साथ ही जो भी मरीज भर्ती होना चाहे, उन्हें L—1 व L—2 अस्थाई अस्पतालों में भर्ती कराए जाएं। उन्होंने लिखा है कि नगर आयुक्त लखनऊ के सभी वार्डों में सैनिटाइजेशन करवाने तथा भैसाकुंड पर सफाई या अन्य आवश्यक कार्य के लिए इसी धनराशि से आवश्यकतानुसार दी जाए। उन्होंने कहा है कि क्योंकि कोरोना महामारी एक राष्ट्रीय आपदा है अतः नियमानुसार मेरी विधानसभा के लिए इन कार्यों के लिए एक करोड़ रुपए मेरी विधायक निधि से निकाल कर तत्काल निर्गत कर सकते हैं।