लखनऊ(लाइवभारत24)। भारत के अग्रणी इंजीनियरिंग, तकनीकी, विनिर्माण एवं वित्तीय सेवा समूह, लार्सेन एंड टुब्रो (एल एंड टी) ने अपने इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन (एल एंड टी ई एंड ए) बिजनेस का ऊर्जा प्रबंधन एवं ऑटोमेशन के क्षेत्र में दुनिया की प्रमुख कंपनी, श्नाइडर इलेक्ट्रिक में रणनीतिक विनिवेश किये जाने की आज घोषणा की। अपने तरह के विशिष्ट, महत्वपूर्ण एवं जटिल विनिवेश की घोषणा मई 2018 में की गयी थी। आवश्यक विनियामक स्वीकृतियां मिल जाने और जरूरी शर्तों को पूरा कर लिये जाने के बाद, अब यह विनिवेश पूरा हो गया है। यह विनिवेश एल एंड टी के भावी विकास को देखते हुए किया गया है। एल एंड टी लगातार अपने बिजनेस पोर्टफोलियो का आकलन करता है और दीर्घकालिक दृष्टि से पूंजी आवंटन का निर्णय लेता है। इलेक्ट्रिकल एंड ऑटोमेशन बिजनेस से इसका निकलना, महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो समीक्षा प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
इस विनिवेश के पूरा हो जाने पर, लार्सेन एंड टुब्रो के ग्रुप चेयरमैन, ए.एम. नाईक ने कहा, ”ई एंड ए बिजनेस का विनिवेश पूरा होना हमारी घोषित दीर्घकालिक रणनीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। व्यापक रूप से फैले ग्राहक आधार को कम-से-कम बाधित करते हुए इस पैमाने के व्यवसाय को हटाना, इस महामारी के चलते लगे तमाम प्रतिबंधों के बीच चुनौतीपूर्ण था। हमें भरोसा है कि एल एंड टी द्वारा दशकों की मेहनत व प्रयास से खड़े किये गये इस कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए हमने श्नाइडर के रूप में सही पार्टनर चुना है। हमें वास्तव में विश्वास है कि श्नाइडर के साथ यह समझौता हमारे कर्मचारियों, बिजनेस पार्टनर्स और शेयरधारकों सभी के लिए लाभदायक है।” लार्सेन एंड टुब्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, एस.एन. सुब्रमण्यम ने कहा, ”पूरी तरह से नकद में किये गये इस समझौते से हमें बैलेंस शीट को बेहद मजबूत बनाने और इस प्रकार, बिजनेस के प्रमुख पहलुओं पर जोर देते हुए हमारे शेयरधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य-सृजन का अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। यह सौदा जटिल एम एंड ए ट्रांजेक्शन था, जिसमें घरेलू कारोबार का स्लम्प सेल और शेयर पर्चेज ट्रांसफर शामिल था। यह एल एंड टी के प्रमुख तीन क्षेत्रों – ईपीसी निर्माण एवं प्रोजेक्ट्स, मैन्यूफैक्चरिंग और डिफेंस एवं सर्विसेज को लेकर हमारी रणनीति के अनुरूप है।”