मुंबई(लाइवभारत24)। अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता संभालने का पॉजिटिव असर घरेलू शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। BSE सेंसेक्स गुरुवार को पहली बार 50 हजार के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया। बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस, टेक महिंद्रा जैसे बाजार के बड़े शेयरों में 4.62% तक की बढ़त है। इससे पहले 23 मई 2019 को सेंसेक्स ने 40 हजार के स्तर को छुआ था। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप पहली बार 199 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा दोपहर 12:40 बजे सेंसेक्स 369 अंक ऊपर 50,161.40 पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, इंडेक्स का ऑलटाइम हाई स्तर 50,162 है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 2,979 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हो रहा है। 1,473 शेयर बढ़त और 1,342 गिरावट के साथ कारोबार रहे हैं। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी पहली बार 199.05 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। इसी तरह निफ्टी इंडेक्स 104.15 अंक ऊपर 14,748.85 पर कारोबार कर रहा है। इसमें टाटा मोटर्स का शेयर 7.66% ऊपर कारोबार कर रहा है। ऑटो सेक्टर में तेजी के चलते निफ्टी ऑटो इंडेक्स भी 2.11% ऊपर कारोबार कर रहा है। वहीं, मेटल सेक्टर में गिरावट है। टाटा स्टील और JSW स्टील के शेयरों में 1-1% से ज्यादा की गिरावट है। मेटल इंडेक्स भी 1% से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।  ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्रीकांत चौहान ने कहा कि वैश्विक बाजारों की मजबूती से सेंसेक्स को सहारा मिला और शुरुआती कारोबार में इंडेक्स पहली बार 50 हजार के पार पहुंच गया। पिछले अगस्त के बाद इंडेक्स में तेज करेक्शन देखने को मिला था। इंडेक्स सौ दिनों में 10 हजार अंक चढ़ा है। इसमें फार्मा, आईटी और मेटल शेयरों की बड़ी हिस्सेदारी रही। अब आने वाले दिनों में बाजार पर केंद्रीय बजट का असर दिखेगा, जिसके तहत भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट में खरीदारी की सलाह होगी। इसमें कमोडिटीज और ऑटो कंपनियां फोकस में होंगे। उन्होंने सेंसेक्स पर 51750 तक का लक्ष्य दिया है। आज सेंसेक्स एक साल के सबसे निचले स्तर से लगभग दोगुना ऊपर कारोबार कर रहा है। पिछले साल 24 मार्च को यह 25,638 तक फिसल गया था। सेंसेक्स जून 2014 को पहली बार 25 हजार के स्तर को छुआ था। यानी 5 सालों में सेंसेक्स दो गुना हो गया है। सेंसेक्स, 2 जनवरी 1986 को लॉन्च किया गया था। खास बात यह है कि 1978-79 में इंडेक्स का बेस वैल्यू 100 अंक था। अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन बने हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि जल्द ही नए राहत पैकेज को मंजूरी मिलेगी।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) का निवेश लगातार जारी है। NSDL के मुताबिक जनवरी में अब तक 20,236 करोड़ रु. का निवेश किया है।
कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूत लड़ाई। देश में वैक्सीनेशन को लेकर लगातार पॉजिटिव अपडेट आ रहे हैं।
मजबूत घरेलू संकेतों का भी असर है। बिजली खपत, मैन्युफैक्चरिंग PMI डेटा, GDP में रिकवरी सहित अन्य पॉजिटिव आंकड़ों का असर है। 21 जनवरी को एशियन पेंट्स, बजाज ऑटो, बंधन बैंक, बायोकॉन, सायंट, SBI कार्ड्स, बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट, एंफेसिस और अन्य के नतीजे आएंगे। अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ ग्रहण से वैश्विक बाजारों में शानदार बढ़त है। गुरुवार को एशियाई बाजारों कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.92% और हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 0.18% बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। इसी तरह चीन का शंघाई इंडेक्स भी 1% और जापान का निक्केई इंडेक्स 0.90% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। इसी तरह अमेरिकी बाजारों में भी नैस्डैक इंडेक्स 1.97% और S&P 500 इंडेक्स 1.39% ऊपर बंद हुए थे। इसके अलावा यूरोपियन मार्केट में भी बढ़त दर्ज की गई थी।  भारी विदेशी निवेश और मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते बाजार में लगातार दूसरी दिन बढ़त दर्ज की गई थी। सेंसेक्स 393.83 अंकों की बढ़त के साथ 49,792.12 पर बंद हुआ था। इसी तरह निफ्टी भी 123.55 अंक ऊपर 14,644.70 पर बंद हुआ था। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक 20 जनवरी को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 7,701.29 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे।

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