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नीतीश कुमार 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री 

प्रधानमंत्री ने नीतीश को बधाई दी, कहा- NDA परिवार मिलकर काम करेगा

पटना(लाइवभारत24)। नीतीश कुमार 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए। उनके साथ 14 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें जदयू से 5, भाजपा से 7 और हम-वीआईपी से एक-एक नेता को मंत्री बनाया गया। मंत्रिमंडल में सभी समुदायों को साधने की कोशिश की गई। नीतीश समेत 15 विधायकों में सवर्ण समुदाय से 5, पिछड़ा वर्ग से 7 और दलित समुदाय से 3 नेताओं को मंत्री बनाया गया है।नीतीश कुमार के शपथ लेने के बाद दूसरे नंबर पर तारकिशोर प्रसाद और तीसरे नंबर पर रेणु देवी ने शपथ ली। शपथ के बाद ये दोनों नेता भी मंच पर ही नीतीश के पास रखी दो कुर्सियों पर बैठ गए। पोर्टफोलियाे बंटने में भले ही देर थी, लेकिन इससे साफ हो गया कि नई सरकार में तारकिशोर और रेणु डिप्टी सीएम होंगे। जातिगत समीकरण: भाजपा से 2 पिछड़े, 4 अगड़े और एक दलित को मौका मिला है। जदयू से एक अगड़े, 4 पिछड़े और एक दलित को मंत्री बनाया गया है। सबसे उम्रदराज में सुपौल से 8 बार से विधायक 74 साल के बिजेंद्र यादव सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। जदयू नेता बिजेंद्र पिछली सरकार में भी ऊर्जा मंत्री थे।
सबसे कम अनुभवी: फुलपरास से विधायक शीला कुमारी मंडल पहली बार जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ीं और जीत गईं। उन्हें सीधे मंत्रिमंडल में मौका मिला है।
सबसे युवा: 41 साल के VIP चीफ मुकेश सहनी इस मत्रिमंडल में सबसे युवा हैं। वे इकलौते ऐसे मंत्री हैं जो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्होंने सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। सबसे अमीर भाजपा के रामसूरत राय सबसे अमीर मंत्री हैं। उनकी संपत्ति 26.88 करोड़ रुपए है। सबसे कम संपत्ति मेें रामप्रीत पासवान के पास सबसे कम 1.05 करोड़ रुपए की संपत्ति है।जो विधान परिषद से हैं: हम के संतोष मांझी और भाजपा के मंगल पांडे ने चुनाव नहीं लड़ा था। दोनों विधान परिषद के सदस्य हैं।सबसे ज्यादा क्रिमिनल केसः मुकेश सहनी (VIP), अशोक चौधरी (जदयू) और जीवेश मिश्रा (भाजपा) पर 5-5 मामले दर्ज हैं।
शपथ समारोह में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। शाह और नड्डा पहली पंक्ति में बैठे, पर इस कतार में बैठने वाले मेहमानों की लिस्ट में डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी का नाम नहीं था।
नीतीश कुमार के साथ तारकिशोर (बीच में) और रेणु देवी। मंच पर तीन ही कुर्सियां लगाई गई थीं। इससे साफ हो गया कि बिहार में ये दो नेता डिप्टी सीएम होंगे। नीतीश कुमार के साथ तारकिशोर (बीच में) और रेणु देवी। मंच पर तीन ही कुर्सियां लगाई गई थीं। इससे साफ हो गया कि बिहार में ये दो नेता डिप्टी सीएम होंगे।तारकिशोर भाजपा वैश्य समुदाय से आते है। भाजपा विधानमंडल के नेता। कटिहार से 4 बार से विधायक। 12वीं तक पढ़े हैं। डिप्टी सीएम पद इन्हीं के पास होगा। रेणु देवी भाजपा भाजपा विधानमंडल की उपनेता। अति पिछड़े नोनिया समुदाय से आती हैं। बेतिया से विधायक हैं। 2005 से 2009 तक खेल और संस्कृति मंत्री रह चुकी हैं।
विजय चौधरी जदयू पिछली विधानसभा में स्पीकर थे। नीतीश के करीबी। इस बार सरायरंजन से जीते हैं। यहां से 6 बार से विधायक हैं। बिजेंद्र यादव जदयू 74 साल के यादव सबसे उम्रदराज मंत्री। जेपी आंदोलन के समय से राजनीति में हैं। 1990 से सुपौल से 8 बार से विधायक हैं। पिछली सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे। अशोक चौधरी जदयू महादलित वर्ग से हैं। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और नीतीश के करीबी हैं। कभी कांग्रेस में थे। मेवालाल चौधरी जदयू कुशवाहा वर्ग से हैं। तारापुर से विधायक हैं। बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे। शीला कुमारी जदयू अति पिछड़े वर्ग से हैं। फुलपरास से विधायक हैं। पहली बार चुनाव जीती और मंत्री बनीं। संतोष मांझी हम महादलित वर्ग से हैं और विधान परिषद के सदस्य हैं। 4 सीटों वाली पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा यानी हम के चीफ जीतनराम मांझी के बेटे हैं। मुकेश सहनी VIP निषाद वर्ग से आते हैं। महागठबंधन छोड़कर NDA में आए। खुद सिमरी बख्तियारपुर सीट से चुनाव हार गए, लेकिन उनकी पार्टी 4 सीटें जीत गई।
मंगल पांडेय भाजपा ब्राह्मण समुदाय से हैं। पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। आरएसएस और एबीवीपी में रह चुके हैं। विधान परिषद के सदस्य हैं। बिहार भाजपा के अध्यक्ष भी रहे। अमरेंद्र प्रताप सिंह भाजपा राजपूत वर्ग से हैं और आरा से विधायक हैं। रामप्रीत पासवान भाजपा पार्टी का दलित चेहरा हैं। लोजपा के अलग होने के बाद पासवान समुदाय के नेता को भाजपा ने मंत्री बनाया। मधुबनी के राजनगर से विधायक हैं। मैथिली में शपथ ली।
जीवेश मिश्रा भाजपा मिथिलांचल में भूमिहार समुदाय के बड़े नेता। दरभंगा की जाले सीट से विधायक हैं। मैथिली में शपथ ली। रामसूरत राय भाजपा मुजफ्फरपुर के औराई से विधायक। यादव समुदाय से आते हैं। पहली बार मंत्री बन रहे हैं। बिहार में नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक मंगलवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे होगी। विधानसभा का सत्र 23 नवंबर को होगा। इस दिन सभी सदस्य शपथ लेंगे।
राजद नेता तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी दो दिन से घर से बाहर ही नहीं निकले। तेजस्वी ने हार नहीं मानी है। वे चुनाव नतीजों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली में विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। इस वजह से महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) ने भी शपथ ग्रहण समारोह का बायकॉट किया। उधर, लोजपा को समारोह का न्योता नहीं दिया। इस वजह से चिराग पासवान और उनकी पार्टी के इकलौते विधायक शपथ ग्रहण में नहीं गए।
नीतीश के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पटना पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया।
नीतीश के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पटना पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया।
इस बार स्पीकर भाजपा का होगा। सोमवार दोपहर तक अमरेंद्र प्रताप सिंह और नंदकिशोर यादव के नाम की चर्चा थी। अमरेंद्र को मंत्री बनाया जा चुका है। वे आरा से विधायक हैं। इससे पहले वे डिप्टी स्पीकर रह चुके हैं। अब रेस में अकेले नंदकिशोर यादव बचे हैं। यादव पटना साहिब से विधायक हैं। वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।

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