लखनऊ(लाइवभारत24)। देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश के रिहंद प्रोजेक्ट में एक नया इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है। यह इन्फ्रास्ट्रक्चर दूरी पर स्थित सीमेंट संयंत्रों में सस्ती कीमत पर भारी मात्रा में फ्लाई ऐश पहुँचाने का काम करेगा। बिजली संयंत्रों से मिलने वाली फ्लाई ऐश के 100 प्रतिशत उपयोग के प्रति एनटीपीसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप यह नया इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया है।
फ्लाइट ऐश के 3450 मीट्रिक टन (एमटी) ले जाने वाले 59 बीओएक्सएन प्रकार के रेलवे वैगनों का पहला रेक एनटीपीसी के रिहंद सुपर थर्मल पावर स्टेशन से रवाना किया गया। एनटीपीसी रिहंद के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री बालाजी अयंगर ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में इसे एसीसी सीमेंट विनिर्माण संयंत्र, टिकरिया, यूपी के लिए रवाना किया। यह संयंत्र एनटीपीसी रिहंद से 458 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ललित त्रिवेदी, महाप्रबंधक, पूर्व मध्य रेलवे और सुरेश राठी, हैड सप्लाई चेन, एसीसी अपनी टीम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अवसर पर शामिल हुए। प्रमुख सीमेंट उत्पादकों को फ्लाई ऐश की पहली किस्त भिजवाने के लिए एनटीपीसी रिहंद के अधिकारियों ने पूर्व मध्य रेलवे से संपर्क किया, जिसके बाद तिरपाल के साथ कवर किए गए बीओएक्सएन वैगनों में फ्लाई ऐश की आपूर्ति शुरू की गई। इस नए प्रयोग से दूरी पर स्थित बिजली उत्पादन संयंत्रों से सीमेंट उत्पादन इकाइयों तक बड़ी मात्रा में फ्लाई ऐश के कुशल और सुरक्षित परिवहन का मार्ग प्रशस्त होगा। इस प्रयास से एक दूरस्थ स्थान से उपभोग केंद्र तक फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए एक नए युग की शुरुआत का संकेत मिलता है। इससे भारतीय रेलवे के लिए अतिरिक्त सामग्री की लोडिंग के नए अवसर खुलते हैं और बिजली संयंत्रों को भी फ्लाई ऐश के उपयोग को उन्नत करने का मौका मिलता है। साथ ही, सीमेंट संयंत्रों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से और प्रतिस्पर्धी मूल्य पर फ्लाई ऐश उपलब्ध हो पाएगी। वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान, लगभग 44.33 मिलियन टन फ्लाई ऐश का उपयोग विभिन्न उत्पादक उद्देश्यों के लिए किया गया था, जो कि जनरेट की गई फ्लाई ऐश का 73.31 प्रतिशत हिस्सा है।

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