सोनीपत (लाइवभारत24)। देश के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवाॅर्ड व पद्मश्री से सम्मानित सुशील कुमार के नाम के आगे अब भगोड़ा लिखा जा रहा है। उस पर जूनियर नेशनल कुश्ती चैंपियन सागर धनखड़ की हत्या करने का गंभीर आरोप लगा है। वारदात के बाद से यह फरार है।
अब पुलिस की ओर से भगोड़ा घोषित किए जाने से लेकर उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम भी घोषित हो चुका है, लेकिन क्या ऐसा पहली बार जब सुशील कुमार किसी विवाद में फंसे हैं, जवाब है नहीं, विश्व विख्यात चैंपियन की शोहरत के साथ उन पर कई बार गंभीर आरोप लगे हैं। इसके अलावा भी वह कई बार ट्रायल व दिल्ली हाईकोर्ट तक जाने को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। अब पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही है।
देश के कई बड़े सम्मान को हासिल कर चुके सुशील कुमार के अब संबंध गैंगस्टरों से होने की सूचना भी है, जिसकी भी पुलिस की ओर से जांच की जा रही है। सागर के मामले में पुलिस ने सुशील पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या), 365 (अपहरण) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में ट्रायल के दौरान पहलवान प्रवीण राना की पिटाई मामले में भी सुशील कुमार का नाम सामने आया था। कुश्ती का ट्रायल उस समय खुशी दंगल में बदल गया था। इस मामले में सुशील सहित उसके अन्य पहलवानों के खिलाफ आइपी एस्टेट थाने में केस दर्ज किया गया था। हालांकि, उस मामले में पुलिस ने सुशील कुमार को गिरफ्तार नहीं किया था । विश्व सीनियर कुश्ती चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता नरसिंह यादव के साथ ओलिंपिक में प्रतिभागिता को लेकर सुशील कुमार का विवाद भी काफी चर्चित रहा है। नरसिंह की ओर से ओलिंपिक कोटा हासिल करने के बाद सुशील द्वारा खुद ओलिंपिक जाने की जिद की, नेशनल ट्रायल की दोबारा मांग की, जो फेडरेशन ने नहीं मानी। सुशील कोर्ट में भी गए, जहां दिल्ली हाईकोर्ट ने पहलवान सुशील कुमार की खिलाड़ियों के चयन के लिए ट्रायल कराने की मांग को ठुकरा दिया, हालांकि इसके बाद नरसिंह भी ओलिंपिक नहीं खेल सके, क्योंकि डोपिंग के चलते उन पर 4 साल का बैन लग गया। यहां नरसिंह ने डोपिंग को लेकर भी साजिश रचने के आरोप लगाए थे।