लखनऊ (लाइवभारत24)।  अब तक स्मार्टफोन की खरीद में मुख्य रूप से लोकप्रिय बाय नाउ पे लेटर  के ट्रेंड ने अब नई कैटेगरी में भी कदम रख दिया है और लोग अब कपड़े, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट और अपनी रसोई को आधुनिक बनाने का काम भी बाय नाउ पे लेटर  के तहत ही करने लगे हैं। यहां तक कि वर्क फ्रॉम होम के माहौल में अपने बालों के झड़ने और इनके कमजोर होने का इलाज भी लोग इसी थ्योरी के आधार पर करने लगे हैं। निष्कर्षों के अनुसार लखनऊ के लोग ‘वर्क फ्रॉम होम’ इकोनॉमी के दौर में अपनी रसोई को मॉडर्न और खूबसूरत बनाने में बाय नाउ पे लेटर  का उपयोग करने लगे हैं।  एमस्‍वाइप के मर्चेन्ट्स ने देखा है कि चिमनी, कुकटॉप्स, हॉब्स, बिल्ट-इन ओवन, कुकिंग रेंज खरीदने वाले ग्राहक बाय नाउ पे लेटर  के साथ अपनी रसोई को मॉडर्न बनाने में जुटे हैं।  एमस्‍वाइप के अनुसार बाय नाउ पे लेटर  पर खरीदे गए इन उत्पादों का औसत मूल्य 20,000 रुपए है। देश में सबसे बड़े पीओएस अधिग्रहणकर्ता और एसएमई के लिए एंड-टू-एंड डिजिटल इनेबलर  एमस्‍वाइप द्वारा विभिन्न मर्चेंट श्रेणियों में बाय नाउ पे लेटर  के तहत किए गए लेनदेन के आकलन के दौरान ये जानकारियां सामने आई हैं।  एमस्‍वाइप अपनी ब्रांड ईएमआई ऑफरिंग्स के माध्यम से एसएमई को मोबाइल, उपभोक्ता के उपयोग की वस्तुएं, शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याण और लक्जरी सेगमेंट के लिए  बाय नाउ पे लेटर  या चेकआउट फाइनेंस प्रदान करता है।  एमस्‍वाइप के फाउंडर और सीईओ मनीष पटेल ने कहा, ‘‘निष्कर्ष बताते हैं कि उपभोक्ताओं के व्यवहार में, उनकी जीवन शैली से संबंधित विकल्पों और उनकी फाइनेंस संबंधी प्राथमिकताओं में एक मौलिक बदलाव आया है। ईएमआई की ओर लोगों के बढ़ते रुझान से ऐसे छोटे कारोबारांे के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं, जो अब तक अपने ग्राहकों के लिए प्रोत्साहन के रूप में चेकआउट फाइनेंस का उपयोग नहीं कर रहे हैं। ब्रांड   एमस्‍वाइप  की ईएमआई की सुविधा खुदरा विक्रेताओं को भुगतान की शर्तें चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करने का अधिकार देता है, जिससे उनके ग्राहकों को खरीदारी का पूरा अनुभव मिलता है।’’

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