नईदिल्ली(लाइवभारत24)। देश में खेल का सबसे बडा अवार्ड राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए क्रिकेटर रोहित शर्मा के नाम की सिफारिश की गई।
इसके अलावा, महिला रेसलर विनेश फोगाट, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और 2016 के पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मरियप्पन थांगावेलु को भी इस अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया है।रोहित से पहले सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को यह अवॉर्ड मिल चुका है। सोमवार को द्रोणाचार्य और मेजर ध्यानचंद खेल सम्मान के लिए खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की गई। खेल रत्न अवॉर्ड दूसरी बार 4 खिलाड़ियों को दिया जा सकता है। इससे पहले 2016 में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, जिमनास्ट दीपा कर्माकर, रेसलर साक्षी मलिक और शूटर जीतू राय को दिया गया था। 2009 में एक बार 3 खिलाड़ी बॉक्सर मैरीकॉम, विजेंद्र सिंह और सुशील कुमार को दिया गया था। पांच बार दो खिलाड़ियों को मिल चुका है। 1997 में वेटलिफ्टर कुंजरानी देवी और लॉन टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को, 2003 में तीरंदाज अंजली भागवत और एथलीट के बीनामोल को, 2012 में विजयकुमार और योगेश्वर दत्त को मिला। 2017 में देवेंद्र झाझरिया और सरदार सिंह और 2019 में दीपा मलिक और बजरंग पूनिया को दिया गया था।
खेल रत्न के लिए 42 आवेदन मिले थे। कोरोना के कारण पहली बार खेल मंत्रालय ने ऑनलाइन आवेदन मंगाए थे। इस साल राजीव गांधी खेल रत्न के लिए 42 आवेदन आए थे। अर्जुन अवॉर्ड के लिए 215 खिलाड़ियों के नाम भेजे। इस साल के अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न के लिए जनवरी 2016 से दिसंबर 2019 तक के प्रदर्शन पर विचार किया गया। बीसीसीआई ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए ईशांत शर्मा और शिखर धवन का नाम भेजा है। महिला वर्ग में बोर्ड ने ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा है। विजेताओं के सेलेक्शन के लिए खेल मंत्रालय ने 12 मेंबर्स की कमेटी बनाई थी। इसकी अगुआई सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मुकुंदकम शर्मा कर रहे हैं। कमेटी के सदस्य पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व हॉकी प्लेयर सरदार सिंह, पैरालिंपिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक, पूर्व टेबल-टेनिस खिलाड़ी मोनालिसा बरुआ मेहता, बॉक्सर वेंकटेशन देवराजन के अलावा पत्रकार आलोक सिन्हा और नीरू भाटिया हैं।
हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवॉर्ड और ध्यानचंद पुरस्कार दिया जाता है। हालांकि, इस कोरोना के कारण कोई सेरेमनी नहीं होगी।