लखनऊ(लाइवभारत24)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को प्रदर्शन करने जा रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पार्टी मुख्यालय के बाहर हिरासत में ले लिया। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया समन्वयक ललन कुमार ने बताया कि आलम की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के गेट के पास से हिरासत में ले लिया और सभी को इको गार्डन ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की पुलिस कायरता का परिचय दे रही है। पुलिस ने जिस तरह से आलम को गिरफ्तार किया और अब उसका विरोध करने जा रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानमंडल दल की नेता समेत कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है, वह उसकी हताशा को दर्शाता है। कुमार ने कहा कि पुलिस की इन हरकतों से कांग्रेस के लोग डरने वाले नहीं हैं और ना ही वे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती की तरह घर में बैठने वालों में से हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस हरकत के खिलाफ कांग्रेस जेल भरो आंदोलन शुरू करेगी। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में राजधानी लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन में संलिप्तता के आरोप में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शाहनवाज आलम को पुलिस ने सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस ने इस इसे राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार देते हुए इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी थी। वहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके घटना की निंदा की है। आलम को गिरफ्तार किए जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत कई नेता हजरतगंज कोतवाली पहुंचे और अधिकारियों से बात की थी। इसी दौरान बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता कोतवाली परिसर में इक_ा होकर नारेबाजी करने लगे जिन्हें खदेडऩे के लिए पुलिस ने लाठियां चलाई। इसमें पार्टी युवा शाखा के महासचिव शिवम त्रिपाठी समेत कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस की कार्रवाई को दमनकारी और अलोकतांत्रिक बताया है। उन्होंने मंगलवार को किए गए ट्वीट में कहा, “देखिए किस तरह यूपी पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधेरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ्तों के लिए जेल में रखा। ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।” कांग्रेस महासचिव ने कहा, “कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औजार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।

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