लखनऊ (लाइवभारत24)।  आज़ कोरोना महामारी पर सारी चिकित्सा पद्धतियां नतमस्तक है किंतु प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली को यदि हम साथ लेकर चले तो राह कुछ आसान हो सकती है । प्राकृतिक चिकित्सा का सिद्धान्त है कि किसी भी एक्यूट यानी तीव्र रोग में जैसे बुखार ,उल्टी,दस्त, जुकाम,खासी आदि में हमे एलिमिनेटिव डाइट पर रहना चाहिए, मतलब ऐसा आहार जो हमारे शरीर में आए हुए इन्फेक्शन को बाहर निकालने में सक्षम हो और इसके साथ शारीरिक और मानसिक आराम कराया जाए।

Eliminative diet

एलिमिनेटिव डाइट शुरू के 3 दिन देनी चाहिए जिसमे सिर्फ तरल पदार्थ जैसे ..मौसमी फलों का जूस,सब्जियों का रस,सब्जियों का सूप , नारियल पानी, व्हीट ग्रास जूस (गेहूं के ज्वारे का रस) दिन भर में हर २ घंटे पर दे  साथ में चिकित्सा स्वरूप यदि बुखार हो तो सारे शरीर को हर 2 घंटे पर सादे पानी से स्पॉन्ज करे और काढ़े का दिन में 3 बार सेवन करे।

काढ़ा बनाने की सामग्री और विधि-


पेट खराब हो तो पेट पर ठंडी तौलिया 30 min के लिए दिन में तीन बार रखे।
गले में खराश होने पर अदरक चूसे।
सांस लेने में दिक्कत होने ज्यादा से ज्यादा समय पर पेट के बल लेटे ।
छाती में भारीपन होने पर छाती पर गरम कपड़े की लपेट लगाएं।
कफ ज्यादा महसूस होने पर भाप ले जिसमे पानी में 1बड़ी इलाइची,1 इंच का दालचीनी का टुकड़ा और 7 पत्ते तुलसी के डाले।
प्राकृतिक चिकित्सा में पैरों का गरम नहान (hot foot bath) ले।
अगले 3 दिन तक सूदिंग डाइट लेनी चाहिए जिसमे मौसमी फल,कच्चा सलाद,उबली तरकारी,सब्जियों का सूप,चटनी,अंकुरित अनाज लेना चाहिए और साथ में सुबह 7 से 8 के बीच के 20 में धूप का सेवन करना चाहिए।
चिकित्सा आवश्यकतानुसार चलाते रहेंगे।
6th day से कंस्ट्रक्टिव डाइट  देंगे जिसमे फल ,सब्जियों की मात्रा को 80% रखते हुए दाल,चपाती,चावल,दही,दूध आदि देंगे।

            डॉ. शिखा गुप्ता

 डायरेक्टर ऑफ़ हेल्थ इज वेल्थ होलिस्टिक क्लीनिक लखनऊ
Treating covid 19 patients through NICE
Contact details..9793849333 नo पर  परामर्श ले सकते है और आप 12:30 से 1 बजे के बीच हमारे HIW Holistic clinic  फेसबुक  पेज पर लाइव आकर निशुल्क परामर्श  या जानकारी ले सकते है ।

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