– लखनऊ के सीएमओ ने जारी किया प्रोटोकाल, कहा— कोरोना से डरें, बल्कि बचाव करें
लखनऊ, (लाइव भारत 24)। कोरोना से बचाव के लिए लक्षणविहीन या कम लक्षण वाले मरीजों के लिए लखनऊ में सीएमओ ने प्रोटोकाल जारी किया है। ऐसे मरीज जिनमें कम लक्षण हैं या जिनमें कोविड—19 के लक्षण नहीं हैं, वे मरीज घर पर ही अपना इलाज शुरू कर सकते हैं। महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश, राज्य सर्विलांस इकाई की ओर से उपचार के लिए सुझाव और उपचार विधि जारी की गई है जिसका इस्तेमाल करके ऐसे मरीज घर पर अपना इलाज कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं वे विधियां…
लक्षण विहीन अथवा कम लक्षण वाले रोगियों के लिए सुझाव-
- पैरासिटामोल प्रति किलोग्राम वजन के लिए 15 मिलीग्राम या 500 मिलीग्राम की एक टेबलेट दिन में तीन बार, यदि मरीज वजन 50 किलोग्राम से अधिक हो और बुखार 100 डिग्री फॉरेनहाइट से कम है या बुखार न होने की स्थिति में नहीं लेना है।
- वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर यदि बुखार 100 से अधिक है तो 650 मिलीग्राम की पेरासिटामोल टेबलेट दिन में तीन बार लेना है। बुखार न हो तो दवा न लें।
- आइवरमेक्टिन 200 माइक्रोग्राम प्रति किलोग्राम शारीरिक वजन अथवा 12 मिलीग्राम की एक गोली वयस्क के लिए एक बार रात में भोजन के बाद पांच दिन तक लिया जाना है।(गर्भवती महिलाएं भारतीय महिलाएं अथवा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नहीं देना है)
- कैप्सूल डॉक्सीसाइक्लिन 100 मिलीग्राम दिन में दो बार लेना है। (गर्भवती, धात्री महिलाएं अथवा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नहीं देना है)
- अथवा एजीथ्रोमायसिन 500 मिलीग्राम दिन में एक बार वयस्कों के लिए पांच दिन तक लेना है। (गर्भवती, धात्री महिलाएं तथा 12 साल से कम बच्चों को दवा नहीं देना है)
- एजिथ्रोमायसिन 500 मिलीग्राम वयस्क के लिए दिन में एक बार पांच दिन तक कोविड धनात्मक आने के पांचवें दिन के उपरांत डॉक्सीसाइक्लिन पांच दिन देने के उपरांत भी बुखार जारी रहता है तो दिया जाना है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श अनिवार्य है।
10 दिन तक यह भी लेना है…
- विटामिन सी 500 मिलीग्राम एक गोली दिन में तीन बार
- टेबलेट जिंक 50 मिलीग्राम एक गोली दिन में दो बार
- बी कांप्लेक्स दिन में एक बार
- विटामिन D3 60000 यूनिट सप्ताह में एक बार दूध अथवा पानी के साथ लें
यह भी अवश्य करें…
- दिन में तीन चार बार सांस संबंधी व्यायाम, योग करें, यदि आप सहज महसूस कर रहे हों तो।
- दिन में तीन-चार बार श्वसन दर और ऑक्सीजन लेवल अवश्य नापें। शरीर में ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए।
- हल्का गुनगुना पानी तीन से चार लीटर प्रतिदिन पिएं। यदि आप डायबिटिक हैं, उच्च रक्तचाप या अन्य किसी क्रॉनिक बीमारी के लिए उपचार ले रहे हैं तो अपने चिकित्सक से परामर्श जारी रखें।
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