•  वेस्टीज ने 30 प्रतिशत सीएजीआर की दर से वृद्धि की है और 2025 तक एशिया व अफ्रीका में नेटवर्क विस्तार का लक्ष्य रखा है

  •  वेस्टीज भारत की एकलौती कंपनी है जिसने 2021 की डीएसएन ग्लोबल 100 लिस्ट में जगह बनाई है, कंपनी 36वें स्थान पर रही है

लखनऊ (लाइवभारत24)। हेल्थ, वेलनेस और हाइजीन प्रोडक्ट्स के विस्तृत पोर्टफोलियो के साथ भारत की सबसे बड़ी घरेलू डायरेक्ट सेलिंग कंपनी वेस्टीज मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने 2004 में अपनी शुरुआत से परिचालन के 17 साल पूरे कर लिए हैं। कारोबार, बाजारों और उत्पादों के मामले में रणनीतिक तरीके से कदम बढ़ाते हुए वेस्टीज इस समय डीएसएन ग्लोबल 100 की लिस्ट में 36वें स्थान पर है और यह इकलौती भारतीय कंपनी है जिसने इस प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाई है। इसके साथ ही वेस्टीज को लगातार तीसरे साल ग्रेट प्लेस टु वर्क का प्रमाणपत्र भी मिला है।

वेस्टीज ने बेहतर भविष्य के लिए हेल्थ एवं वेलनेस प्रोडक्ट्स तक पहुंच बढ़ाते हुए भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लाखों डिस्ट्रीब्यूटर्स को सशक्त किया है और उनके जीवन में बदलाव किया है। कंपनी ने रिकॉर्ड 30 प्रतिशत सीएजीआर की दर से वृद्धि हासिल की है और 2025 तक मिडल ईस्ट, अफ्रीका और अन्य क्षेत्रों में विस्तार का लक्ष्य रखा है।

भारत में शानदार विकास ने ही वेस्टीज के नेतृत्वकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय बाजार में विस्तार के लिए प्रेरित किया था। वर्तमान समय में वेस्टीज भारत समेत छह अंतरराष्ट्रीय बाजारों मेंमौजूद है और जल्द ही थाइलैंड, घाना और फिलीपींस जैसे देशों में भी परिचालन शुरू करने जा रही है।

पिछले 17 साल में वेस्टीज कीउल्लेखनीय प्रगति पर मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम बाली ने कहा, ‘जब मैं हमारे सफर की ओर मुड़कर देखता हूं तो बहुत कृतज्ञ अनुभव करता हूं और साथ ही इस बात का गर्व भी होता है कि हम लोगों को उनकी शर्तों पर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद के अपने लक्ष्य को पूरा कर रहे हैं। यह सामूहिक प्रयास है और हमारे डिस्ट्रीब्यूटर्स एवं कर्मचारियों की साझा समृद्धि का लक्ष्य है, जो हमारी 17वीं सालगिरह पर हमारी थीम‘एक साथ’ में झलकती है। मैं ब्रांड में भरोसे और विश्वास के लिए वेस्टीज से जुड़े सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘भारत में 65 प्रतिशत से ज्यादा आबादी 35 साल से कम उम्र की है और रोजगार एवं आय सृजन में इनका लाभ लेने के लिए डायरेक्ट सेलिंग एक शानदार अवसर की तरह है। बाजार अभी अपनी पूरी क्षमता के प्रयोग के इंतजार में है। हम टियर 2 और टियर 3 बाजारों में उद्यमिता के सृजन के माध्यम से आर्थिक आजादी लाने के अपने लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध हैं।’

वित्त वर्ष 2018 में उद्योग से जुड़े अध्ययन के मुताबिक, डायरेक्ट सेलिंग के कारोबार में 57 लाख डायरेक्ट सेलर्स जुड़े थेऔर 2025 तक इनकी संख्या बढ़कर 1.8 करोड़ हो जाएगी। एसोचैम के मुताबिक, 2021 के अंत तक डायरेक्ट सेलिंग कारोबार मूल्य के आधार पर 15,930 करोड़ रुपये के स्तर पर पहु्ंच जाएगा।

कंपनी ने 17 साल पूरे कर लिए हैं और इस मौके पर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में देश की उद्यमिता के कौशल को आगे बढ़ाने की दिशा में अपनी मजबूत स्थिति का उत्सव मना रही है। 2004 में अपनी शुरुआत से ही वेस्टीज भारत में डायरेक्ट सेलिंग क्रांति की अगुआ रही है और इसने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को सभी कैटेगरी में बढ़ाया है। आज 19 अलग-अलग कैटेगरी में कंपनी के 300 से ज्यादा प्रोडक्ट हैं। भारत में ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कंपनी ने 3,500 ऑनलाइन और ऑफलाइन टच पॉइंट बनाए हैं। इनोवेशन और रिसर्च वेस्टीज के प्रोडक्ट डेवलपमेंट के मूल में हैं। इसके मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर्स के पास स्टेट ऑफ द आर्ट संयंत्र हैं और वे जीएमपी, हलाल एवं आईएसओ सर्टिफाइड हैं। उत्पादों को उच्च गुणवत्ता मानकों और वैश्विक स्तर पर स्वीकृत श्रेष्ठ प्रक्रियाओं के जरिये बनाए जाते हैं।

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