मुंबई(लाइव भारत 24)।   एंटीलिया केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को वझे के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) लगाया। यह धारा आतंकी या राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के तहत लगाई जाती है। वहीं, एक अन्य घटनाक्रम में वझे के साथ काम करने वाला पुलिस अधिकारी रियाज काजी सरकारी गवाह बन गया है। वझे की सोसाइटी से काजी ने ही CCTV फुटेज जब्त किए थे। NIA ने स्पेशल कोर्ट में इसकी जानकारी दी है। NIA काजी से अब तक 4 बार पूछताछ कर चुकी है।
मनसुख हिरेन की मौत के मामले में NIA ने दो आरोपियों की कस्टडी ली है। मुंबई ATS ने इन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। ATS ने इन गिरफ्तारियों के बाद मनसुख हिरेन की मौत के मामले को सुलझाने का दावा किया था। ATS ने हिरेन की हत्या के मामले में निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे तथा क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौड़ को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था। इससे पहले बुधवार को ही ठाणे सेशन कोर्ट ने महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) को आदेश दिया कि इस केस की जांच रोककर इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दें। NIA ने कोर्ट में अपील की थी कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश बावजूद ATS उसे केस हैंडओवर नहीं कर रही है।
वहीं, एंटीलिया मामले में दूसरी तरफ​​​​​​ NIA को वझे के खिलाफ लगातार नए सबूत मिल रहे हैं। दो दिन पहले एक फाइव स्टार होटल में की गई छापेमारी के दौरान CCTV की जांच में पता चला है कि सस्पेंड API सचिन वझे जिस दौरान होटल में ठहरे थे, उस बीच एक महिला उनसे मिलने आई थी। उस महिला के पास नोट गिनने वाली मशीन थी। NIA को शक है यह महिला वझे की राजदार है, इसलिए इस महिला की तलाश तेज कर दी गई है। NIA को इस बात का भी शक है यह महिला पूरी साजिश में शामिल हो सकती है।

सचिन वझे 16 फरवरी से 20 फरवरी तक नकली नाम, फर्जी आधार कार्ड और फोटो दिखाकर मुंबई के होटल ट्राइडेंट में ठहरे थे। सोमवार को NIA वझे को लेकर यहां आई थी और करीब तीन घंटे तक सीन रीक्रिएशन करवाया। इस दौरान CCTV फुटेज की जांच हुई और स्टाफ के लोगों के बयान दर्ज किए गए। वझे को मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर से बरामद जिलेटिन से भरी स्कॉर्पियो के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
CCTV फुटेज की जांच में सामने आया है कि वझे जब होटल में आए थे तब उनके पास पांच बैग थे, जिनमें से एक बैग में जिलेटिन होने का भी शक है। साथ ही आशंका है कि उनसे मिलने आई महिला को विस्फोटक रखने की पूरी साजिश की जानकारी थी। सूत्रों के मुताबिक वझे ने महिला के बारे में NIA को जानकारी दे दी है।

NIA की जांच में सामने आया है कि वझे ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। इस आधार कार्ड में तस्वीर वझे की ही है, लेकिन उनके नाम की जगह सुशांत सदाशिव खामकर लिखा है। आशंका है कि इस आधार कार्ड के सहारे वझे ने कई जगह होटल बुक करवाए थे। वझे के फेक आधार पर 7825-2857-5822 नंबर दर्ज है। इसका इस्तेमाल करते हुए वह 16-20 फरवरी के बीच नरीमन पॉइंट के होटल ट्राइडेंट में रुके थे।
NIA जांच में यह भी सामने आया है कि सचिन वझे ने ही स्कॉर्पियो में धमकी भरा पत्र रखा था। इस पत्र को मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार विनायक शिंदे के घर में लिखा गया था। शिंदे के घर से वह प्रिंटर भी बरामद हुआ है, जिससे इसे प्रिंट किया गया।

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