ब्रिस्बेन (लाइवभारत24)। ब्रिस्बेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा और आखिरी टेस्ट खेला जा रहा है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 21 रन बना लिए हैं। डेविड वॉर्नर और मार्कस हैरिस नाबाद हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे। जवाब में टीम इंडिया पहली पारी में 336 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इस लिहाज से ऑस्ट्रेलिया ने अब तक भारत पर 54 रन की बढ़त ले ली है।
टीम इंडिया ने तीसरे दिन 2 विकेट पर 62 रन से आगे खेलना शुरू किया। एक समय टीम ने 186 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद शार्दूल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने भारतीय पारी को संभाला और रिकॉर्ड साझेदारी कर डाली। दोनों ने 7वें विकेट के लिए 217 बॉल पर 123 रन की पार्टनरशिप की। यह पिछले दो साल में सातवें विकेट के लिए भारत की पहली 50 से ज्यादा रन की साझेदारी है। इससे पहले जनवरी, 2019 में ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर 7वें विकेट के लिए 204 रन की पार्टनरशिप की थी। पैट कमिंस ने शार्दूल को क्लीन बोल्ड किया। वे 67 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के लगाए।
मिचेल स्टार्क ने वॉशिंगटन सुंदर को कैमरून ग्रीन के हाथों कैच कराया। वे 62 रन बनाकर आउट हुए। नवदीप सैनी को हेजलवुड ने स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराया। जोश हेजलवुड ने मोहम्मद सिराज को आउट कर भारतीय पारी को समेट दिया। सिराज 13 रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे।
शार्दूल ने सिक्स लगाकर अपने टेस्ट करियर की पहली फिफ्टी पूरी की। यह उनका टेस्ट में हाईएस्ट स्कोर है। इससे पहले उनका हाईएस्ट स्कोर 4 रन था। वहीं, सुंदर ने भी अपने डेब्यू टेस्ट में फिफ्टी लगाई।
ब्रिस्बेन में 20 साल बाद 8वें या इससे नीचे के बल्लेबाज ने अर्धशतक बनाया। शार्दूल से पहले 1991 में पाकिस्तान के मोइन खान ने ब्रिस्बेन के वाका ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 61 रन की पारी खेली थी। शार्दूल ने मनोज प्रभाकर के रिकॉर्ड की बराबरी भी की।
सुंदर डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 50+ रन बनाने और 3 विकेट लेने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह रिकॉर्ड दत्तू फाडकर के नाम था। उन्होंने 1947/48 में डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 51 रन बनाए थे और 3 विकेट लिया था।
1982 के बाद पहली बार भारत के 7वें और 8वें नंबर के बल्लेबाज ने टेस्ट की एक पारी में फिफ्टी लगाई। इससे पहले 1982 में संदीप पाटिल (129* रन) और कपिल देव (65 रन) ने मैनचेस्टर में एक ही पारी में फिफ्टी लगाई थी।
हेजलवुड ने पंत को आउट कर टीम इंडिया को 6वां झटका दिया। पंत का कैच कैमरून ग्रीन ने लिया। वे 23 रन बनाकर आउट हुए। लंच के बाद पहले ही ओवर में हेजलवुड ने मयंक अग्रवाल को स्मिथ के हाथों कैच कराया था। वे 38 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, स्टार्क ने कप्तान अजिंक्य रहाणे को मैथ्यू वेड के हाथों कैच कराया। वे 37 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे और मयंक ने चौथे विकेट के लिए 97 गेंदों पर 39 रन की पार्टनरशिप की।

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