लखनऊ (लाइवभारत24)।   लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा आज ‘‘कोविड-19 की वर्तमान स्थिति-जनप्रतिनिधियों की भूमिका और दायित्व विषय पर  सभी प्रदेशों की विधान सभाओं के पीठासीन अधिकारियों, संसदीय कार्य मंलियों एवं नेता प्रतिपक्षी नेताओं की वर्चुअल बैठक बुलाई गयी। लोकसभा अध्यक्ष ने विस्तार से कोरोना महामारी से उत्पन्न विकट समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट किया गया। उन्होंने सभी विधान मण्डल में कन्ट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया जिससे केन्द्र से संबंधित विषयों को लोकसभा कन्ट्रोल रूम तक पहुचाये। लोकसभा एवं विधान मण्डलों का साझा तंत्र स्थापित हो। यह भीषण कोरोना की महामारी रोक पाने में कारगर साबित होगा।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष  हृदय नारायण दीक्षित ने अपने संबोधन में उ0प्र0 का पक्ष रखा। कहा कि कोरोना को लेकर भारत में बेचैनी है। पूरे भारत में ही नहीं पूरे विश्व मं इसकी बहुत बड़ी चुनौती है। यह अदृश्य बीमारी है। संप्रति दूसरे चरण में भारत में इसका भय व्याप्त है। देश का समूचा जन जीवन अस्त व्यस्त है।    विधान सभा के अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने लाकडाउन के माध्यम से देश को लगातार जागरूक करने का कार्य किया था। उस समय पूरा देश जागरूक भी हो गया था। सभी सरकारों को स्वास्थ्य प्रणाली और उससे जुड़े तमाम अनुषांगिक उपाय करने का अवसर मिला था। बीमारी सर्वथा नई थी। चरित्र नया था। इसके आयाम नये थे।   प्रधानमंत्री ने लगातार जनता से संवाद बनाने का प्रयास किया । सभी मुख्यमंत्रियों के साथ लगातार संवाद बना रहा। देश को कई बार सम्बोधित किया। एक नये तरीके से भारत ने इस कोरोना महामारी के युद्ध में हिस्सा लिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य संगठनों व राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने प्रधानमंत्री के इस प्रयास की प्रशंसा की। बीमारी का दूसरा चक्र नया रूप धारण कर लिया है। इस बीमारी ने पूरे देश को उद्वेलित किया है। विधान सभा के अध्यक्ष  ने कहा कि इस लड़ाई का नेतृत्व कर रहे मा0 मुख्यमंत्री श्री आदित्य नाथ योगी प्रशंसा के पात्र हैं। वह शाम प्रतिदिन सुबह 8 बजे से लेकर रात्रि 11 बजे तक , सुबह एवं शाम बैठक करते हैं। सुबह की बैठक की शाम को समीक्षा करते हैं। पूरे देश के एक-एक जिले के अधिकारियों से बातचीत कर प्रदेश स्तर पर कमेटी गठित कर युद्धस्तर पर अपने कृतव्य का निर्वहन कर रहे हैं। यह सब स्वयं कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद सम्पन्न कर रहे हैं।   विधान सभा के अध्यक्ष दीक्षित ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़ी विधान सभा है। यहा पर कोरोना के बीच दो सत्र हुये। उ0प्र0 विधान सभा का कोरोना के बीच सत्र आहूत करने वाली पहली विधान सभा बनी। संवैधानिक कारणों से सत्र बुलाया जाना अपरिहार्य था। यह बड़ी चुनौती थी। हमारे पास अनुभव नहीं था। किसी राज्य में इसके पहले सदन की बैठक नहीं हुई थी। उत्तर प्रदेश विधान सभा के सभी सदस्यों ने इस कोरोना महामारी के संघर्ष में अपना अप्रतिम योगदान दिया। इस संघर्ष में अपना वेतन भी दिया। एक-एक साल की विधायक निधि भी स्वतः प्रदान किया। अपने-अपने क्षेत्रों में आम जनता को जागरूक करने की दृष्टि से बैठकें की । लोगों को प्रेरित किया और आज भी प्रेरित कर रहे हैं। विपक्ष के सभी नेताओं ने अपनी विधायक निधि से स्वतः योगदान कर इस महामारी से जूझने में अपना योगदान दिया। विधान सभा के अध्यक्ष  ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दूसरी बार कोरोना का संक्रमण भयावह । यहां की परिस्थितिया चुनौतीपूर्ण हैं। कोरोना में महामारी से एक दिन में अब तक सर्वाधिक 129 लोगों की मौत हुई। महामारी से जान गवाने वालों की संख्या 9830 है। प्रदेश में प्रतिदिन रिकार्ड कोरोना संक्रमण 30 हजार से ज्यादा मामले सामने आये। लखनऊ में भी पाच हजार से अधिक संक्रमण के मामले आये। स्थिति भयावह है। लेकिन हमारी लड़ाई जारी है।  उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी समाज-देश केवल सरकार के भरोसे ही नहीं रह सकता। समाज को जाग्रत करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री जी द्वारा बार-बार आह्वान किया गया कि बार-बार हाथ धोयें। दो गज की दूरी का पालन करें। मास्क लगायें। इसका पालन आम तौर पर होता दिखायी नहीं पड़ रहा है। प्रशासन/सरकार के सामने यह चुनौती है कि आम जनता को हम इतना जागरूक करें कि वे कोरोना की दूसरी लहर के समक्ष प्रत्येक प्रकार के अनुशासन का पालन करते हुए अपना तथा दूसरे के बचाव में योगदान दें।   विधान सभा के अध्यक्ष  ने लोकसभा अध्यक्ष को आश्वस्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्य स्तर एवं जिले स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं। सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। विधान सभा सचिवालय स्तर पर पहले कन्ट्रोल रूप स्थापित था। इसे पुनः चालू किया जायेगा।   प्रधानमंत्री, मा0 लोकसभा अध्यक्ष एवं प्रदेश के कर्म मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नियत किये गये सिद्धान्त नीति और कार्यक्रमों के अनुरूप लोक जागरण का कार्य सभी विधायकों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में सम्पन्न हो रहा है।  विधान सभा के अध्यक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष द्वारा देश स्तर पर बुलायी गयी बैठक के प्रति आभार प्रकट करते हुए उनके मार्गदर्शन में कार्यवाही का आह्वान किया।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें