नई दिल्ली (लाइवभारत24)। बॉलीवुड इंडस्ट्री में 90 के दशक में सेक्स सिंबल के तौर पर पहचान बनाने वाली ममता अब साध्वी बन गई हैं। ‘आशिक आवारा’, ‘करन-अर्जुन’ जैसी फिल्मों में काम कर सुर्खियों में आईं एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी 49 साल की हो गईं हैं। ममता का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मुंबई के एक मराठी परिवार में हुआ था। हालांकि, पिछले दो दशक से लाइमलाइट से दूर रहीं ममता ने अब आध्यात्म का रास्ता चुन लिया है। 2013 में उनकी एक किताब भी रिलीज हो चुकी है।
1991 में ममता ने अपने करियर की शुरुआत तमिल फिल्म ‘ननबरगल’ से की। 1992 में फिल्म ‘तिरंगा’ से उन्होंने बी-टाउन में कदम रखा। 1993 में आई फिल्म ‘आशिक आवारा’ ने ममता को स्टार बना दिया। इस फिल्म के लिए उन्हें ‘फिल्मफेयर न्यू फेस’ अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके बाद वे ‘वक्त हमारा है’, ‘क्रांतिवीर’, ‘करण अर्जुन’, ‘बाजी’ जैसी फिल्मों में नजर आई। उनकी लास्ट रिलीज फिल्म ‘कभी तुम कभी हम’ साल 2002 में रिलीज हुई थी।
शाहरुख खान, सलमान खान, अजय देवगन, अनिल कपूर जैसे बड़े स्टार्स से साथ स्क्रीन शेयर करने वाली ममता, उस वक्त विवादों में आई जब उन्होंने साल 1993 में स्टारडस्ट मैगजीन के लिए टॉपलेस फोटोशूट कराया था। वहीं, डायरेक्टर राजकुमार संतोषी ने ममता को फिल्म ‘चाइना गेट’ में बतौर लीड एक्ट्रेस लिया था। शुरुआती अनबन के बाद संतोषी, ममता को फिल्म से बाहर निकालना चाहते थे। खबरों के मुताबिक, अंडरवर्ल्ड से प्रेशर बढ़ने के बाद, उन्हें फिल्म में रखा गया। हालांकि, फिल्म फ्लॉप साबित हुई और बाद में ममता ने संतोषी पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप भी लगाया।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ममता कुलकर्णी ने दुबई के रहने वाले अंडरवर्ल्ड ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से शादी रचाई। हालांकि, ममता ने अपनी शादी की खबरों को हमेशा ही अफवाह बताया। ममता के मुताबिक, “मैंने कभी किसी से शादी नहीं की थी और न ही अब शादीशुदा हूं। यह सही है कि मैं विक्की से प्यार करती हूं, लेकिन उसे भी पता होगा कि अब मेरा पहला प्यार ईश्वर है।’
कभी अपने ग्लैमरस और बोल्ड अंदाज से सुर्खियां बटोरने वाली ममता कुलकर्णी अब साध्वी बन गई हैं। बॉलीवुड की गलियों को छोड़ अब वे आध्यात्म की राह पर चल पड़ी हैं। 2013 में उन्होंने अपनी किताब ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी’ रिलीज की थी। इस दौरान फिल्मी दुनिया को अलविदा कहने की वजह बताते हुए ममता कुलकर्णी ने कहा था, ‘कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते है, जबकि कुछ ईश्वर के लिए पैदा होते हैं। मैं भी ईश्वर के लिए पैदा हुई हूं।’
good news