लखनऊ (लाइवभारत24)। भारतीय सिंधु सभा उत्तर प्रदेश् महिला इकाई के तत्वाधान में सिंधी बोली, सिंधी व्यवहार, आचार, पूर्वजों से दूर होते जा रहें बच्चो के में संस्कारो का रोपण करने के लिए सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर का आयोजन किया गया। यह आनलाईन शिविर 4 जूलाई तक चलने वाले इस आनलाईन शिविर में 6 से लेकर 12 साल तक के 250 बच्चें हिस्सा ले रहे है। शिविर में में बच्चो को व्यक्तिव के विकास, योग ज्ञान, कला और शिल्प, मौलिक कहानिया,सिंधी लिपी का ज्ञान, स्वस्थ खान पान कि जानकारी दी गयी।

सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर का शुभारंभ भारतीय सिंधु सभा के संगठन गीत व आज की मुख्य अ​तिथि विनीता भावनानी के स्वागत संबोंधन से हुआ तत्पश्चात डा.नेहा आनन्द द्वारा बच्चों को उनके व्यकित्व विकास के बारे में जानकारी दी गई। आज के मुख्य अतिथि थे विनीता भावनानी जी जिन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा दी की बच्चे सुबह उठकर भगवान को और माता-पिता को नमस्कार करें उनकी इज्जत करें बच्चे बड़ों का आदर करना सीखें उनको सम्मान दें। बच्चों में अच्छी आदतें विकसित हो। बच्चों के अंदर अच्छे-बुरे की पहचान हो इसके अलावा बच्चे शिष्टाचार एवं पूर्ण व्यवहार करना सीखें। इसके अलावा बहुत सी चीजें हैं, जो बच्चों के अंदर होनी चाहिए।
मां-बाप का कहना मानना संस्कार की पहली सीढ़ी है। घर से बाहर निकलना, बड़ों से बातचीत करना, उनका शालीनता से जवाब देना आदि ऐसी बहुत सी अच्छाईयां हैं जो अभिभावक से ही सीखने को मिलती हैं। शिविर की दूसरी अतिथि ज्योति सांगवान ईजी जिन्होंने बच्चों को मौलिक कहानियां बतायी और श्लोक समझाएं।

सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर के आयोजन के संबध में भारतीय सिंधु सभा कि महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष कोमल चंदानी ने बताया बच्चों में अच्छे संस्कार ही सफलता की पहली सीढ़ी है और बच्चों में उनके व्यकित्व के विकास के लिए बोध, योगा—प्राणायाम का ज्ञान,पौष्टिक आहार और सिंधी सभ्यता से जुडी भाषा, लिपि और सिंधी मौलिक कहानियों की सरल रूप से जानकारी दी जा रही है व बच्चों को इस शिविर के माध्यम से विश्व मेें फैली कोरोना माहमारी के बीच अपने शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा मानसिक रुप से मजबूत बनाये रखने व कोरोना से कैसे अपने और अपने परिवार व आसपास के लोगों को जागरूक करे व लोगों को दो गज की दूरी और मास्क लगाने की अनिवार्यता को लेकर जागरूक कर रहे है। सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर में प्रदेश के सभी जनपदों के सिंधी बच्चों के अलावा उनके माता पिता भी बढ—चढ कर हिस्सा ले रहे है।

सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर में प्रतिभाग कर रहे बच्चों को पुरस्कृत भी किया जायेगा, उक्त जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी स्वाती पंजवानी द्वारा दी गई। इस शिविर को सफ़ल बनाने के लिए प्रदेश कार्यकारिणी एवं पदाधिकारीगणों में भारतीय सिंधु सभा कि महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष कोमल चंदानी, प्रदेश महासचिव निशाँ कुन्दनानी, प्रदेश उपाध्यक्ष रेनु साहित्य, प्रदेश उपसचिव सुनीता तलरेजा, प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रिया रंगलानी, मीडिया प्रभारी स्वाती पंजवानी, कार्यकारिणी सदस्य गौरी मंगलानी, पूनम लखमानी, ज़िला अध्यक्ष कंचन मंगलानी, रंजीता सचदेवा, मीना मन्ध्यान, गीता लालवानी, मीना मध्यान, गीता नथानी, शालिनी गुरबक्शानी, भारती मारवीजा, ललिता करमचंदानी, अनीता चावला, हर्षा केसवानी, जान्हवी बजाज, पूनम लखवानी, साक्षी साधवानी, गौरी मगलानी, मीना लालचन्दानी, वंदना मन्ध्यान एवं समस्त जिलाध्यक्षों कंचन मगलानी, काजल जगवानी,कविता बदानी, रोशनी हीरानी, शालिनी राजपाल, मोहिनी करनानी,किरन वरयानी, दीपा छावडा, कोकल भाटिया, सुनीता लखमानी, जया फतवानी, गौरी तोलानी, रेशमा सावलानी चित्रा सहजवानी द्वारा सक्रिय सहयोग से किया जा रहा है। संपूर्ण कार्यक्रम की एंकरिंग हेमा गगवानी व तकनीकी प्रबंधन संस्कार रंगलानी व द्वारा किया जा रहा है।

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