‘कोविड-19 वारियर्स’ के परिवारों के समर्थन के लिए अनूठी पहल

नई दिल्ली(लाइवभारत24)।  भारत की पहली स्मार्ट मोबिलिटी प्रदाता एवं अपनी शुरुआत से ही यात्री कारों की सबसे बड़ी निर्यातक ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने आज ‘कोविड-19 वारियर्स’ के बच्चों की शिक्षा के लिए इंडस्ट्री में अपनी तरह के पहले और सबसे बड़े प्रोजेक्ट ‘शिक्षक’ की शुरुआत का एलान किया है।
‘नॉट द ऑल हीरोज वियर कैप्स’ यह कहावत पूरी दुनिया में कोविड-19 वारियर्स के मामले में चरितार्थ हुई है। वे किसी सुपर पावर की मदद से बुराईयों से नहीं लड़ते हैं, बल्कि बिना थके और अपने परिवार से पहले दुनिया के जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं। ये सुपरहीरो अपने परिजनों एवं प्रियजनों से दूर रहकर दिन और रात कोविड-19 के मरीजों की सेहत सुधारने की दिशा में कार्यरत हैं। इस परिस्थिति में इनके बच्चे कई तरह से प्रभावित हो रहे हैं। शिक्षा तक उनकी पहुंच भी अभी कम हो गई है। बहुत से कोरोना वारियर्स के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई में भी हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि उनके पास मोबाइल, लैपटॉप या टेबलेट नहीं है। ऐसे वारियर्स के सम्मान के लिए और उनके मन की शांति के लिए ह्यूंडई मोटर इंडिया अपने फाउंडेशन की मदद से प्रोजेक्ट ‘शिक्षक’ के जरिये उनके बच्चों तक पहुंच रही है और उन्हें सहायता दे रही है। ‘शिक्षा के अधिकार’ के तहत एचएमआईएल मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता के कोरोना वारियर्स के बच्चों को अपनी ऑनलाइन शिक्षा जारी रखने और बेहतर प्रदर्शन के लिए 1000 इलेक्ट्रॉनिक एजुकेशनल डिवाइस उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

S S Kim, MD and CEO, Hyundai Motor India

प्रोजेक्ट ‘शिक्षक’ को लेकर ह्यूंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के एमडी व सीईओ   एस. एस. किम ने कहा, ‘बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं और इस साल शिक्षक दिवस को कुछ खास तरीके से मनाने के लिए एचएमआईएल ने ‘ह्यूंडई केयर्स’ के अंतर्गत इस अनूठे प्रोजेक्ट ‘शिक्षक’ की शुरुआत की है। प्रोजेक्ट ‘शिक्षक’ उन बच्चों और परिवारों की मदद करने की दिशा में एक छोटी सी पहल है, जिनका जीवन इस महामारी के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और जो डिजिटल दुनिया से अपनी दूरी को पार करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पहल मौजूदा दौर में सीमित शैक्षणिक माध्यमों एवं संसाधनों तक पहुंच के साथ अपनी शिक्षा को लगातार जारी रखने की दिशा में प्रयासरत हमारे भविष्य के रोल मॉडल्स की मदद करेगी और उन्हें अनूठे तरीके से अपना पाठ्यक्रम पूरा करने में सक्षम बनाएगी।’
यह समाजसेवी पहल ‘ह्यूंडई केयर्स 2.0’ के तहत कोविड-19 सीएसआर प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हेल्थकेयर वर्कर्स जैसे नर्सिंगस्टाफ, पैरामेडिक्स, हाउसकीपिंग स्टाफ, सैनिटाइजेशन स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर्स, हॉस्पिटल स्टाफ और होम गार्ड आदि कोविड-19 वारियर्स की मदद करना है। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य अगले दो साल तक कोविड-19 वारियर्स के चौथी से 11वीं कक्षा में पढ़ रहे बच्चों की बेहतर स्कूली पाठ्यक्रम तक पहुंच सुनिश्चित करना है।

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