7 साल में किसी ग्रैंड स्लैम का एक राउंड जीतने वाले पहले भारतीय

न्यूयार्क। (लाइवभारत24)। बगैर दर्शकों के खेले जा रहे टेनिस ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन में भारत की शानदार शुरुआत हुई। सुमित नागल ने पहले राउंड में अमेरिका के ब्रेडली क्लान को 6-1, 6-3, 3-6, 6-1 से शिकस्त दी। वे 7 साल में किसी ग्रैंड स्लैम का एक राउंड जीतने वाले पहले भारतीय हैं। उनसे पहले सोमदेव देवबर्मन ने ऐसा किया था।
उन्होंने भी 2013 के यूएस ओपन के मेन ड्रॉ का मुकाबला जीता था। तब इस भारतीय ने स्लोवाकिया के लुकास लैको को शिकस्त दी थी। भारतीय टेनिस स्टार नागल दूसरी बार टूर्नामेंट खेल रहे हैं। अगला मुकाबला ऑस्ट्रिया के वर्ल्ड नंबर-3 डोमिनिक थिएम के साथ होगा। डिफेंडिंग चैम्पियन राफेल नडाल और सबसे ज्यादा 20 ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर समेत कई दिग्गजों ने कोरोना के कारण टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है। इस कारण नागल को यूएस ओपन में सीधी एंट्री मिली है। वे 7 साल में मेन्स सिंगल्स का पहला मैच जीतने वाले पहले भारतीय हैं।
सुमित नागल ने पिछली बार क्वालिफाई करके यूएस ओपन तक का सफर तय किया था। तब उनका पहला ही मुकाबला रोजर फेडरर से हुआ और वे हारकर बाहर हो गए थे। इस बार कई बड़े दिग्गजों की गैरमौजूदगी में उनके पास अच्छा मौका है। हालांकि, इस बार सर्बिया के वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच, रूस के डेनिल मेदवेदेव, ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम और ग्रीस के स्टिफनोस सितसिपास के बीच कड़ी टक्कर होगी। वर्ल्ड नंबर-124 नागल ने यूएस ओपन के अलावा अब तक कोई ग्रैंड स्लैम नहीं खेला है। वर्ल्ड नंबर-129 ब्रेडली 7वीं बार यह टूर्नामेंट खेल रहे थे। वे चारों ग्रैंड स्लैम खेल चुके हैं, लेकिन कहीं भी दूसरे राउंड से आगे नहीं बढ़ सके। इस बार भी नागल ने उनकी गाड़ी पहले राउंड में ही रोक दी। नागल ने 1 घंटा 27 मिनट तक चले मुकाबले में आसानी से शिकस्त दी। वहीं, थिएम ने अपने पहले राउंड में स्पेन के जाउमे मुनार को सीधे सेटों में 7-6, 6-3 से शिकस्त दी। थिएम अपने करियर में दो बार फ्रेंच ओपन का सेमीफाइनल (2016 और 2017) खेल चुके हैं। यूएस ओपन में वे अब तक सिर्फ एक बार 2018 में क्वार्टरफाइनल तक पहुंच सके हैं।
महिलाओं में वर्ल्ड नंबर-16 स्पेन की गार्बिन मुगुरुजा ने भी अपना पहला राउंड जीत लिया है। 2 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता ने जापान की नाओ हिबिनो को सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से शिकस्त दी। मुगुरुजा यूएस ओपन में अब तक एक बार 2017 में चौथे राउंड तक पहुंची हैं। इससे पहले वे 2016 में फ्रेंच ओपन और 2017 में विंबलडन चैम्पियन रही हैं।

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