नई दिल्ली(लाइवभारत24)। मोदी सरकार के केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन एंड चेरिटबल और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जांच के आदेश दिए हैं। होम मिनिस्ट्री ने इसके लिए एक इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी भी बनाई है। यह कोऑर्डिनेशन करेगी। जांच की अगुआई ईडी के एक स्पेशल डायरेक्टर करेंगे। इस बात का पता लगाया जाएगा कि गांधी परिवार से जुड़े इन दोनों ट्रस्टों ने नियमों का उल्लंघन तो नहीं किया।
कुछ दिन पहले भाजपा ने आरोप लगाया था कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से चंदा यानी डोनेशन मिला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल तीन ट्रस्टों की जांच होगी। ये हैं- राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चेरिटबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट। आरोप हैं कि इन ट्रस्टों ने नियमों का उल्लंघन किया। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट और इन्कम टैक्स के नियमों को भी तोड़ने के आरोप हैं।
जानकारी के मुताबिक, एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के एक स्पेशल डायरेक्टर इस जांच टीम की अगुआई करेंगे। कुछ दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाए थे कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से चंदा मिला। कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि भाजपा चीन से जारी सीमा विवाद के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है। होम मिनिस्ट्री के एक अफसर ने कहा- एक इंटर मिनिस्टीरियल कमेटी जांच के दौरान कोऑर्डिनेशन करेगी। पीएमएलए, इन्कम टैक्स एक्ट और एफसीआरए एक्ट के उल्लंघन का पता लगाया जाएगा। ईडी के स्पेशल डायरेक्टर जांच टीम को लीड करेंगे।

क्या है राजीव गांधी फाउंडेशन?
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इसकी शुरुआत की थी। फाउंडेशन एजुकेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रमोशन, शोषित (अंडरप्रिवलेज्ड) और दिव्यांगों के एम्पावरमेंट के लिए काम करती है। इसका कामकाज डोनेशन से मिलने वाली रकम से चलता है। सोनिया इसकी चेयरपर्सन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पी. चिदंबरम ट्रस्टी हैं।
चीन के मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर सवाल उठाए थे। जवाब में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजीव गांधी फाउंडेशन और चीन का लिंक बता दिया। नड्डा ने गुरुवार को कहा था कि 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से 3 लाख डॉलर (तब 90 लाख रुपए) मिले थे। इसके बदले फाउंडेशन ने चीन के साथ फ्री ट्रेड को बढ़ावा देने वाली स्टडी करवाईं।

1 कमेंट

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें