लखनऊ/ नई दिल्ली ( लाइवभारत24)। वर्तमान मुश्किल दौर में कम खर्च में चलाए जाने वाले अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें उनके छात्रों की शिक्षा में रूकावट न आए इसलिए प्रौद्योगिकी लाना और शिक्षकों को प्रशिक्षण देना जरुरी बन चूका है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलती रहे इसलिए इन विद्यालयों के प्रयासों का समर्थन करने के लिए लीड स्कूल ने कदम बढ़ाया है। भारत का सबसे बड़ा ऑनलाइन विद्यालय – लीड स्कूल होम प्रोग्राम चलाने वाले लीड स्कूल ने देश भर के कम खर्च में चलाए जाने वाले 200 निजी विद्यालयों को नि:शुल्क लाइसेंसेस देने की घोषणा की है। “सेव अवर स्कूल्स” अभियान के तहत लीड स्कूल होम यह ऑनलाइन प्रोग्राम पात्र विद्यालयों को उनकी कक्षाएं वास्तविक रूप में शुरू होने तक नि:शुल्क दिया जाएगा। इस ऑनलाइन प्रोग्राम को चलाने के लिए जरुरी सभी बुनियादी सुविधाएं और शिक्षकों को आवश्यक सभी प्रशिक्षण भी पात्र विद्यालयों को प्रदान किया जाएगा। यह विद्यालय सीबीएसई या राज्यों के शिक्षा मंडलों से संबद्ध हो सकते हैं। कम खर्च में चलाए जाने वाले निजी विद्यालयों की सालाना फी 18,000 से 50,000 रुपयों तक होती है। कर्मचारियों का वेतन, कक्षाओं में बैठने के लिए आसनों से लेकर छात्रों के लिए यातायात तक कई बुनियादी सुविधाएं कम से कम खर्च में चलाने वाले यह विद्यालय कम फी या फी नहीं ऐसी स्थिति में अपने अस्तित्व को कायम रख पाने के लिए झगड़ रहे हैं। लीड स्कूल के सहसंस्थापक और सीईओ श्री. सुमीत मेहता ने बताया, “वैश्विक महामारी की वजह से पैदा हुई स्थिति के साथ अनुकूलित हो पाने के लिए विद्यालय प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान हमारे बच्चों का पढाई का मूल्यवान समय बर्बाद हो रहा है। हर महीने हो रहे शिक्षा के नुकसान की वजह से बच्चों की पढाई कई महीने पीछे जा रही है। हमारे देश के विद्यालयों के समर्थन के लिए हम उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे, छात्र अपने घरों में सुरक्षित रहकर यह शिक्षा ले सकते हैं। विद्यालयों के मुख्याध्यापक, शिक्षक, अभिभावक और छात्र यह शिक्षा व्यवस्था के आधारस्तंभ होते हैं और हमारा यह अभियान इस व्यवस्था के समर्थन के लिए एक छोटा योगदान है।”