जम्मू। धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत के बीच मां वैष्णो देवी यात्रा को लेकर भी हलचल तेज होती नजर आ रही रही है। बताया जा रहा है कि माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सरकारी एडवाइजरी और कोरोना संक्रमण से सुरक्षा उपाय करने के बाद ही यह यात्रा शुरु करेगा। इसके लिए बाणगंगा से लेकर अर्धकुमारी और यहां से लेकर मुख्य भवन तक कई जगह थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे। तैयारी देख कर लग रहा है कि जून के दूसरे सप्ताह से मां वैष्णों देवी की यात्रा हो सकती है। इस फैसले की आधिकारिक घोषणा श्राइन बोर्ड के चेयरमैन व उप राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ही करेंगे।

माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सरकारी एडवाइजरी और कोरोना संक्रमण से सुरक्षा उपाय करने के बाद ही यह यात्रा शुरु करेगा
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड सरकारी एडवाइजरी और कोरोना संक्रमण से सुरक्षा उपाय करने के बाद ही यह यात्रा शुरु करेगा

मां वैष्णो देवी की यात्रा के लिए हेलीपैड के साथ ही सांझी छत हेलीपैड पर सोशल डिस्टेंसिंग कराने के उपाय किये जा रहे हैं। इसी तरह वैष्णो देवी मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर ही सेनेटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग की सुविधा देने की कोशिशें तेज हो गयी हैं। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड इस यात्रा को कोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित बनाने की तैयारी में है इसलिए कोशिश की जा रही है कि किसी भी कीमत पर श्रद्धालुओं का भारी जमवाड़ा नहीं लगने पाए। इसी क्रम में पहले चरण में सिर्फ स्थानीय श्रद्धालुओं को ही मंदिर के अंदर जाने की इजाजत होगी। यात्रा के जल्द शुरू होने के मद्देनजर माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एक बार फिर अपने सभी कर्मचारियों की तैनाती भी शुरु करने जा रहा है।

पहले चरण में केवल स्थानीय और पैदल यात्रियों को ही दर्शन करने की छूट दी जाएगी। हेलीकॉप्टर सेवा का अभी और कुछ दिन लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है।
पहले चरण में केवल स्थानीय और पैदल यात्रियों को ही दर्शन करने की छूट दी जाएगी। हेलीकॉप्टर सेवा का अभी और कुछ दिन लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है।

फिलहाल अब तक जो योजना बनी है उसके मुताबिक पहले चरण में केवल स्थानीय और पैदल यात्रियों को ही दर्शन करने की छूट दी जाएगी। हेलीकॉप्टर सेवा का अभी और कुछ दिन लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है। यात्रा के प्रमुख स्थानों पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही भक्तों को यात्रा के लिए आगे जाने दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक यात्रियों की संख्या पहले से निर्धारित की जाएगी तथा सामान्य अंतराल के साथ भक्तों को बाणगंगा से जाने की अनुमति मिलेगी। वहीं कटरा से सांझी छत लाने ले जाने वाली हेलीकॉप्टर कंपनियों ने अपने किराए में भारी बढ़ोतरी कर दी है। इस साल प्रति सवारी कटरा से सांझी छत के लिए एक तरफ का किराया करीब दो हजार रुपये रखा गया है। इस लिहाज से आने और जाने के लिए श्रद्धालुओं को करीब 4 हजार रुपए देने पड़ेंगे।

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