लखनऊ(लाइवभारत24)। सपा को 2022 के चुनावों में अभी से नए-नए साथी मिलने लगे है। जिनके सहारे वह सत्ता में बैठी बीजेपी को पटखनी देना चाहती है।सोमवार को सपा में अन्जान आदमी पार्टी का विलय की घोषणा उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ आशुतोष मिश्रा ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। अखिलेश यादव ने अंजान आदमी पार्टी का विलय स्वीकार कर कहा कि समाजवादी पार्टी की नीतियों से ही सामाजिक सद्भाव एवं लोकतांत्रिक समाजवादीव्यवस्था को ताकत मिलेगी। समाजवादी पार्टी की प्रतिबद्धता शोषित-पीड़ित वंचित तथा उपेक्षाके शिकार समाज को न्याय दिलाने की है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पूंजीवाद की पोषक पार्टी है जिसमें गरीबों की कोई सुनने वाला नहीं है। भाजपा नौजवानों के भविश्यके साथ खिलवाड़ कर रही है। बेरोजगारी के कारण अपराधों में लगातार वृद्धि होती जा रही है। भाजपा सरकार किसी भी समस्या का समाधान नहीं करना चाहती है। भाजपा के कारण ही अराजकता पैदा हो गयी है। कानून का किसी को भय नहीं है। जब स्वयं भाजपाई कानून के साथ खिलवाड़करते है तब कानून का राज कैसे कायम हो सकता है? उनके साथ अन्जान आदमी पार्टी के सचिव रावेन्द्र मिश्र भी थे। इस अवसर परचित्रकूट विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बी.पाण्डेय उपस्थिति थे। समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में अखिलेश यादव की उपस्थिति में अन्जान आदमी पार्टी की विलय करने की घोषणा उसके राष्ट्रीयअध्यक्ष डाॅ आशुतोष मिश्रा ने करते हुए कहा कि भाजपा के कारण लोकतंत्र के सामने जोसंकट आया है उसका सामना करने एवं समाजवादी पार्टी को ताकत देने के लिए विलय का निर्णयलिया गया है। अंजान आदमी पार्टी के नेताओं का मानना है कि समाजवादी सरकार द्वारा जनहितके विकास कार्यों एवं समाजवादी पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर यहां आये है। भाजपा राज में पीड़ित की कहीं सुनवाई नहीं है। उनका माननाहै कि ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर करने की ताकत समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादवके नेतृत्व में ही है। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टीका झण्डा प्रदान किया तथा लाल टोपी पहनायी गयी। इन सभी नेताओं द्वारा समाजवादी पार्टीकी सदस्यता ग्रहण की गई।
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