लखनऊ /नई दिल्ली (लाइवभारत24)। एक प्रमुख कान्ट्रैक्ट डेवपलमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन (सीडीएमओ) पीरामल फार्मा सॉल्यूशंस ने आज घोषणा की कि यह बोल्ट बायोथेरेप्यूटिक्स (बोल्ट) की एचईआर 2-एक्सप्रेस्ड सॉलिड ट्यूमर के लिए बीडीसी-1001 आईएसएसी दवा तत्व और कैंसर रोगियों के नैदानिक चरण 1/2 क्लिनिक स्टडी में चल रहे दवा उत्पाद, दोनों की आपूर्ति कर रही है। पीरामल फार्मा सॉल्यूशंस (पीपीएस) टीम एचईआर 2-एक्सप्रेस्ड सॉलिड ट्यूमर वाले रोगियों के इलाज के लिए बोल्ट के बीडीसी-1001 में अपने एकीकृत दवा विकास मॉडल को लागू कर रही है। कार्यक्रम में फार्मुलेशन डवलपमेंट और आईएसएसी डवलपमेंट और निर्माण शामिल है जो पीपीएस की ग्रेगमाउथ, यूके साइट पर हो रहा है। इसके बाद दवा तत्वों को लियोफिनेटेड, स्टेराइल फिल-फिनिश को पीपीएस के लेक्सिंगटन, केवाई, यूएस साइट में संसाधित किया जाता है। यह दो पीपीएस साइटों में निर्बाध समावेशन है, जो क्लिनिक में वितरण की समय सीमा को घटाते हुए शीघ्र वितरण संभव करता है, यह पीपीएस के रोगी-केंद्रित दर्शन का एक उदाहरण है। पीरामल फार्मा सॉल्यूशंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर डीयुंग के अनुसार, ‘बोल्ट के प्रौद्योगिकी मंच ने प्रीक्लिनिकल मॉडल में महत्वपूर्ण, सकारात्मक डेटा का प्रदर्शन किया है, जिसमें ट्यूमर के खिलाफ प्रतिरक्षात्मक स्मृति का विकास शामिल है, और अब यह एक मानव नैदानिक परीक्षण में है। आईएसएसी का निर्माण में अनिवार्य रूप से एंटीबॉडी ड्रग कॉन्जुगेट्स (एडीसी) विनिर्माण जैसी हमारी प्रक्रिया, हमें इस क्षेत्र में हमारी गहरी विशेषज्ञता को भुनाने के लिए सक्षम करती है। इनका उत्पादन करने की हमारी क्षमता उन्हें एक कुशल, एकीकृत प्रक्रिया में नैदानिक परीक्षणों के लिए तैयार करती है। दवा के विकास की समय-सीमा को संकुचित करती है। हम अपने मरीज-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध हैं और मरीजों पर बीमारी के बोझ को कम करने में मदद करने के लिए बोल्ट जैसा साथी पाकर गर्व महसूस कर रहे हैं।’नाथन इहले, वीपी सीएमसी और क्वालिटी फॉर बोल्ट बायोथेरेप्यूटिक्स, ने कहा, ‘आइएसएसी तकनीक में बोल्ट अग्रणी है, वहीं पीरामल फार्मा सोल्यूशंस के साथ हमारी साझेदारी हमारी तकनीक को क्लिनिक तक लाने में महत्वपूर्ण है। वाणिज्यिक एडीसी के निर्माण में पीरामल का अनुभव बोल्ट को बीडीसी-1001 के विकास के लिए एक विश्वसनीय भागीदार बनाता है।’पीपीएस के एकीकृत कार्यक्रम के माध्यम से दवा उत्पाद निर्माण के लिए दवा पदार्थ का पहला चक्र सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। अतिरिक्त चक्र प्रगति पर हैं, आगे नए संकेत और नए नैदानिक कार्यक्रमों के आधार पर भविष्य का विकास होगा।

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