लखनऊ(लाइवभारत24)। नारायण सेवा संस्थान के निःशुल्क सेवा प्रकल्पों का अधिक से अधिक जरूरतमंदो तक लाभ पहुंचाने विशेष रूप से लॉकडाउन और उसके बाद किए गए सेवा कार्यों को लेकर संस्थापक पद्मश्री कैलाश श्मानवश्की अध्यक्षता में गुरुवार को एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई।उल्लेखनीय हैं कि संस्थान पिछले 34 वर्षों से दीन दुखियों, निराश्रितों, दिव्यांग, मूक बधिर एवं प्रज्ञा चक्षु के लिए विशेष सेवा कर रहा है।

इस त्रैमासिक समीक्षा बैठक में अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि कोरोना महामारी में गरीब ,दिहाड़ी मजदूरों एवं निराश्रित परिवारों की परेशानियों के मद्देनजर संस्थान ने 50 हजार परिवारों को निःशुल्क मासिक राशन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया, जिनमें संस्थान मुख्यालय सहित देश के विभिन्न शहरों में यथा मथुरा, अलवर, पाली,भीलवाड़ा, दिल्ली, बीकानेर, सिरसा आदि में 12000 परिवारों तक राशन सेवा पहुंचाई जा चुकी है। कोरोना रिलीफ सेवा अभियान में करीब 1.30 लाख भोजन पैकेट और 65000 फेस मास्क व 800 पी पी ई किट बनाकर समाज को मुश्किल घड़ी में साथ रहने का अहसास दिलाया। अग्रवाल ने संस्थान की नियमित सेवा सुचारू रहने की जानकारी दी और बताया कि दिव्यांगता के 418750 सफल निःशुल्क ऑपरेशन हुए हैं।,263000 ट्रायसाइकिल,270000 व्हीलचेयर,290000 वैशाखी,351000 कैलिपर्स का वितरण किया गया।दुर्घटना में हाथ पांव गमा चुके दिव्यांगों को लगभग 14000 कृत्रिम अंग लगाए गए।इसके अलावा निदेशक वंदना अग्रवाल के नेतृत्व में आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधित और वस्त्र वितरण के शिविर आयोजित किये जा रहे है।200 अनाथ बच्चे शिक्षा पा रहे हैं।100 के लगभग प्रज्ञा ,चक्षु मूक बधिर बच्चे लाभान्वित हो रहे है बैठक में पलक अग्रवाल, रोहित तिवारी, जगदीश आर्य, महिम जैन उपस्थित रहे ।

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