लखनऊ (लाइवभारत24)। आजकल सोशल मीडिया पर अपराधियों के हौसले बुलंद है। देश में रोज हजारों लोगों को प्यार के जाल में फांसकर फिर उनका अश्लील विडियो बनाकर उन्हे ब्लैकमेल किया जा रहा है। यूपी की राजधानी में आजकल एक साइबर क्राइम का गैंग इंस्टाग्राम व फेसबुक पर लोगों को विदेशी युवतियों से दोस्ती करा रहा है। उसके बाद वाडियो कॉल के दौरान उनके साथ अश्लील फिल्म बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है। रोजाना चार से पांच युवा से लेकर बुजुर्ग तक विदेशी युवतियों से दोस्ती के चक्कर में अपनी इज्जत व पैसा गंवा कर साइबर सेल में अपनी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन ने बताया कि अश्लील विडियो से ब्लैक मेल करने की रोज पांच से छह शिकायतें आती है। फोन करने में कई तरह की एप और फर्जी आईडी के इस्तेमाल होने से इन्हें पकड़ने में वक्त लगता है। वहीं लोग लोकलाज की दुहाई देकर लिखित कंप्लेंट देने से भी कतराते हैं।
गोमतीनगर में एक सरकारी संस्थान से रिटायर बुजुर्ग की फेसबुक पर विदेशी युवती से दोस्ती हुई। उसने पहले इनटरनेट कॉल कर बात शुरू की। उन्होंने युवती से विदेश में होने का सबूत मांगा तो कुछ देर बाद एक विदेशी नंबर से कॉल आई। जिसके बाद वह उसके झांसे में आ गए और हनी ट्रैप का शिकार हो गए। ठग युवती ने उनकी पेंशन से करीब 85 हजार रुपये हड़प लिए। उसकी रोज मांग बढ़ने पर डीसीपी पूर्वी के यहां शिकायत की।
महानगगर में एक बुजुर्ग व्यापारी को फेसबुक पर विदेशी युवती की प्रोफाइल लगाकर दोस्ती की। उसके बाद इनटनेट वीडियो कालिंग के जरिए पहले दोस्ती की और बाद में एक अश्लील वीडियो बनाकर तीस करोड़ की मांग की। इतनी बड़ी रकम मांगे जाने पर उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों को दी। जिससे उन्हें अपने बच्चों के आगे शर्मिंदा होना पड़ा। हालांकि परिजनों ने पुलिस की मदद ली। जिससे इस हनी ट्रैप मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई। आरोपी अपनी बहन के साथ मिलकर व्यापारी को फंसा रहा था।
मड़ियांव में एक युवक ने एक छात्रा को मोबाइल एप का सहारा लेकर दोस्ती करने की कोशिश की। उसके न मानने पर उसके स्कूल वाले ग्रुप से लेकर कई परिचितों के मोबाइल नंबर पर छात्रा के अश्लील मैसेज व कॉल कर बदनाम करने लगा। आरोपी युवक छात्रा से दोस्ती कर फायदा उठाना चाहता था।
गिरोह की युवतियां अपनी प्रोइफाल में विदेशी युवतियों की फोटो लगाती है। साथ ही नेपाल, रशिया और लंदन में रहने के साथ बड़ी विदेशी कंपनी में जॉब करने का ब्यौरा देती है। जिससे लोग इनसे दोस्ती करने में संकोच न करें। लोगों के दोस्ती करते ही वीडियो कॉल करती और बातों बातों में न्यूड होकर सामने वाले को भी कपड़े उतारने को मजबूर करती। उसके बाद उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करती।
दोस्ती होने के बाद सामने वाला कोई संदेह न करे इसके लिए मोबाइल पर मैसेज व वीडियो कॉल करने के लिए मोबाइल एप का इस्तेमाल करती हैं। जिससे कॉल आने पर मोबाइल की स्क्रीन पर विदेशी नंबर नजर आता है।एसीपी साईबर सेल विवेक रंजन के मुताबिक साइबर ठग या सिरफिरे आशिक आजकल टेक्स्ट नाऊ इंटरनेट मैसेजिंग एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिससे उसका लोकल नंबर भी विदेशी नंबर की तरह स्क्रीन पर शो होता है। इससे मैसेज भेजने वाले को ट्रेस करना मुश्किल होता है।