लखनऊ(लाइवभारत24)। इस सीजन की अंतिम शहनाई आज बजेगी। एक जुलाई यानी हरिशयनी एकादशी के दिन से शहनाई की धुन नहीं सुनायी देगी। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीर सागर में विश्राम करने के लिए चले जायेंगे। इस कारण शादी-विवाह की रस्में नहीं होंगी।

1 जुलाई से शहनाई नहीं गूंजेगी। आज इस सीजन की आखिरी शहनाई बजेगी। 1 जुलाई को हरिशयनी एकादशी है। इसके साथ ही शहनाई की धुन नहीं सुनायी देगी। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीर सागर में विश्राम के लिए चले जाते हैं। विवाह में भगवान विष्णु के शामिल होने के बाद से ही शहनाई बजती है। देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान जगेंगे। उसके बाद से शहनाई बजेगी। 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी है। इस बार विभिन्न कारणों से लगन काफी कम है। अब नवंबर में 25, 26, 30, दिसंबर महीने में 01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11 और 13 को लगन है। इसके बाद से खरमास शुरू हो जायेगा। 14 जनवरी को खरमास समाप्त हो जायेगा। इसी दिन मकर संक्रांति भी है। खरमास की समाप्ति के बाद विभिन्न कारणों से जनवरी फरवरी-मार्च में कोई लगन नहीं है। मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में लगन नहीं है। दिसंबर में 04, 06, 07,10 और 11 को अंतिम लगन है। वर्ष 2021 में जनवरी से लेकर मार्च तक लगन नहीं है।

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