पुणे (लाइवभारत24)। 3 वनडे की सीरीज के पहले मुकाबले मेंटीम इंडिया ने इंग्लैंड को 66 रन से शिकस्त दी। इसी के साथ 2019 वर्ल्ड कप में मिली हार का बदला भी ले लिया। तब ग्रुप मुकाबले में इंग्लैंड 31 रन से जीती थी। मौजूदा सीरीज में टीम इंडिया ने 1-0 की बढ़त बना ली है। अगले दोनों मैच 26 और 28 मार्च को पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में ही खेले जाएंगे।
पुणे में खेले गए पहले वनडे में भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट गंवाकर 317 रन बनाए। जवाब में इंग्लिश टीम 42.1 ओवर में 251 रन ही बना सकी। एक समय इंग्लैंड का स्कोर बिना विकेट गंवाए 135 रन था। यहां लग रहा था कि टीम इंडिया मैच गंवा देगी, लेकिन शार्दूल ठाकुर और डेब्यू मैच खेल रहे प्रसिद्ध कृष्णा ने मिलकर 7 विकेट लेते हुए बाजी पलट दी। कृष्णा ने 4 और शार्दूल ने 3 विकेट लिए।

इंग्लैंड के लिए ओपनर जॉनी बेयरस्टो ने 66 बॉल पर 94 रन की पारी खेली। ओपनर जेसन रॉय ने 35 बॉल पर 46 रन बनाए। इनके अलावा मोइन अली ने 30 और ओएन मोर्गन ने 22 रन बनाए। भारत के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 2 और स्पिनर क्रुणाल पंड्या ने 1 विकेट लिया।
318 रन के टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत काफी तेज रही। ओपनर जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो ने 12 ओवर में ही 100 रन पूरे कर लिए थे।
पारी के छठे ओवर में बेयरस्टो ने 22 रन लिए। उन्होंने 2 छक्के और 2 चौके लगाए। यह ओवर भारतीय तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा का था। बेयरस्टो और रॉय के बीच 86 बॉल पर 135 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप हुई।
डेब्यू मैच खेल रहे कृष्णा ने ही टीम इंडिया को मैच में वापसी कराई। उन्होंने अपने चौथे ओवर में जेसन रॉय और 5वें ओवर में बेन स्टोक्स को पवेलियन भेजा। इंग्लैंड ने 137 रन पर 2 विकेट गंवा दिए थे।
शार्दूल ने लगातार अपने 2 ओवर में इंग्लैंड के 3 बड़े खिलाड़ियों को पवेलियन भेजकर वापसी के रास्ते बंद कर दिए। उन्होंने मैच के 23वें ओवर में बेयरस्टो को 95 रन पर आउट किया।
फिर 25वें ओवर में कप्तान मोर्गन और जोस बटलर को पवेलियन भेजा। इस दौरान 3 ओवर में इंग्लैंड ने सिर्फ 7 रन बनाए। यहां से इंग्लैंड टीम को वापसी करना मुश्किल हो गया।
इंग्लैंड के पास 9वें नंबर तक बल्लेबाज हैं। इस कारण एक समय जब टीम को 72 बॉल पर 79 रन चाहिए थे। तब ऑलराउंडर भाई सैम करन और टॉम करन क्रीज पर थे। यहां भी यदि टीम इंडिया विकेट नहीं लेती, तो मैच हारने का डर था।
हालांकि, क्रुणाल पंड्या ने इंग्लैंड को 239 रन पर 8वां झटका दिया। सैम करन 12 रन बनाकर कैच आउट हुए। इस विकेट के साथ इंग्लैंड की जीत की उम्मीद भी खत्म हो गई।
17वें ओवर की तीसरी बॉल पर ओएन मोर्गन को एक जीवनदान मिला। प्रसिद्ध कृष्णा की बॉल पर कप्तान विराट कोहली ने यह कैच छोड़ा। यह मोर्गन की की पहली ही बॉल थी। इसी बॉल पर कोहली ने रनआउट का मौका भी गंवा दिया। हालांकि, मोर्गन जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और सिर्फ 22 रन बनाकर आउट हुए।
8वें ओवर में श्रेयस अय्यर चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए। उनकी जगह शुभमन गिल फील्डिंग करने आए। शार्दूल के ओवर की चौथी बॉल पर बेयरस्टो ने ऑफ कवर में तेज शॉट खेला था, जिसे रोकने के लिए अय्यर ने छलांग लगाई। बॉल तो उन्होंने रोक ली, लेकिन उनका कंधा चोटिल हो गया।
भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवाकर 317 रन बनाए। धवन ने 106 बॉल पर 98 और कोहली ने 60 बॉल पर 56 रन की पारी खेली। यह धवन की वनडे करियर की 31वीं और कोहली की 61वीं फिफ्टी रही। क्रुणाल पंड्या ने 31 बॉल पर 58 और लोकेश राहुल ने 43 बॉल पर 62 रन बनाए। दोनों ने छठे विकेट के लिए 57 बॉल पर 112 रन की पार्टनरशिप की।
इंग्लैंड के लिए तेज गेंदबाज बेन स्टोक्स ने 3 और मार्क वुड ने 2 विकेट लिए। स्टोक्स 2019 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद पहला वनडे खेल रहे।

क्रुणाल डेब्यू वनडे में 25 बॉल पर फिफ्टी लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के जॉन मौरिस का 31 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। मौरिस ने 1990 में डेब्यू मैच में 35 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था। साथ ही क्रुणाल डेब्यू वनडे में 50+ का स्कोर बनाने वाले भारत के 15वें बल्लेबाज बने। इनमें सिर्फ लोकेश राहुल ने डेब्यू पारी में शतक जमाया है।

टीम इंडिया ने संभलते हुए धीमी शुरुआत की थी। शुरुआती 5 ओवर में बिना विकेट गंवाए 10 रन बनाए। इस दौरान धवन ने 16 बॉल पर 6 और रोहित ने 14 बॉल पर सिर्फ 4 रन बनाए। 10वें ओवर तक टीम इंडिया का स्कोर 39 रन तक ही पहुंचा। इसके बाद टीम ने बिना विकेट गंवाए 15 ओवर में 64 रन बना लिए थे।
यहां 2019 वर्ल्ड कप फाइनल के करीब डेढ़ साल बाद खेल रहे बेन स्टोक्स ने पहला झटका दिया। उन्होंने रोहित को विकेटकीपर जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया। रोहित ने 42 बॉल पर सिर्फ 28 रन बनाए। उन्होंने धवन के साथ 92 बॉल पर 64 रन की पार्टनरशिप की।
यहां से धवन ने कप्तान कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 बॉल पर 105 रन की पार्टनरशिप कर पारी को मजबूती से आगे बढ़ाया। 169 रन पर भारत को दूसरा झटका लगा और कोहली को मार्क वुड ने मोइन अली के हाथों कैच कराया।
वुड ने 187 रन पर भारतीय टीम को तीसरा झटका दिया। उनकी बॉल पर श्रेयस अय्यर 6 रन बनाकर लियाम लिविंग्स्टोन के हाथों कैच आउट हुए।
33वें ओवर की पहली बॉल पर दूसरा विकेट गिरने के बाद काफी धीमी गति से रन बनने लगे थे। इसके बाद अगले 9 ओवर में सिर्फ 37 रन ही बन सके और टीम ने 3 विकेट भी गंवा दिए।
धवन नर्वस-90 का शिकार हुए और 98 रन पर कैच आउट हो गए। उन्होंने अपनी आखिरी 11 बॉल में सिर्फ 3 रन ही बनाए। हार्दिक पंड्या ने 9 बॉल खेलकर एक रन बनाया। श्रेयस अय्यर ने भी 9 बॉल खेलीं और 6 रन ही बनाए।
यहां से क्रुणाल और राहुल ने पारी को संभाला। दोनों ने छठे विकेट के लिए 57 बॉल पर 112 रन की नाबाद पार्टनरशिप की। इसके बदौलत टीम इंडिया ने आखिरी 10 ओवर में 112 रन बनाए।
28वें ओवर की तीसरी बॉल पर धवन को जीवनदान मिला। आदिल राशिद की बॉल पर डीप मिडविकेट में मोइन अली ने कैच छोड़ा। इस समय 59 रन बनाकर खेल रहे थे। धवन इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और शतक के करीब आकर आउट हो गए।
5वें ओवर की चौथी बॉल के बाद रोहित चोटिल हुए। उन्होंने दाएं हाथ की कोहनी में दर्द होने की शिकायत की थी। मेडिकल स्टाफ ने उन्हें ग्राउंड पर ही ट्रिटमेंट दिया। रोहित की कोहनी पर पट्टी भी बांधी गई। इसके बाद वे फिर से खेलने लगे थे।
16 गेंद के बाद ही बॉल फट गई और उसमें छेद हो गया। यह वाकया तीसरे ओवर की चौथी बॉल के बाद हुआ। तेज गेंदबाज मार्क वुड की बॉल पर शिखर धवन ने चौका जड़ा था। इसके बाद बॉल में छेद हो गया। अंपायर ने तुरंत ही बॉल को रिप्लेस कर दिया।

इंग्लिश कप्तान ओएन मोर्गन ने प्लेइंग-11 में सैम बिलिंग्स, टॉम करन और मोइन अली को मौका दिया है। टीम इंडिया में काफी बदलाव किए गए। युजवेंद्र चहल की जगह कुलदीप यादव को मौका मिला। वहीं, विकेटकीपर ऋषभ पंत को आराम देकर लोकेश राहुल को प्लेइंग-11 में शामिल किया।

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