नई दिल्ली (लाइवभारत24)। व्‍यवसाय और टिकाऊपन के गहरे संबंध को पहचानते हुए, गोदरेज एंड बॉयस मैन्‍युफैक्‍चरिंग कं. लिमिटेड, जो गोदरेज समूह की प्रतिष्ठित कंपनी है, ने वैश्विक ईपी100 पहल के अंतर्गत स्‍मार्ट तरीके से ऊर्जा के उपयोग का आज वचन लिया। ईपी100 को अंतर्राष्‍ट्रीय अलाभकारी संगठन, क्‍लाइमेट ग्रुप द्वारा एलायंस टू सेव एनर्जी के साथ मिलकर शुरू किया गया है। इसने दुनिया भर में परिचालन करने वाली ऐसी सौ से अधिक कंपनियों को एक साथ लाने का काम किया है, जो कम ऊर्जा का उपयोग करने को वचनबद्ध हैं। गोदरेज एंड बॉयस ने वर्ष 2030 (वित्‍त वर्ष’17 बेसलाइन) तक अपनी ऊर्जा उत्‍पादकता दोगुनी करने और ऊर्जा प्रबंधन प्रणालियों (ईएनएमएस) को क्रियान्वित करने का वादा किया। कंपनी ने अपने निर्माण संयंत्रों में कम ऊर्जा खपत हेतु विभिन्‍न उपायों जैसे कम ऊर्जा खपत वाली तकनीकें अपनाकर और अक्षम प्रक्रियाओं को प्रतिस्‍थापित करने हेतु लगातार प्रयास किया है। गोदरेज एंड बॉयस के अध्‍यक्ष और प्रबंध निदेशक, जमशेद गोदरेज ने कहा, ”हमारी ‘गुड एंड ग्रीन’ पहल हमारी इस गहरी एवं स्‍थायी धारणा को रेखांकित करती है कि नवाचार और टिकाऊपन से डिकार्बनाइजेशन, एनर्जी एफिशियंसी के हमारे प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा और सर्कुलर इकॉनमी को प्रोत्‍साहन मिलेगा। हमें एक अन्‍य वैश्विक पहल – ईपी100 के लिए वचनबद्धता पर गर्व है और इससे हमें स्‍मार्ट तरीके से ऊर्जा के उपयोग में मदद मिलेगी।” दिव्‍या शर्मा, कार्यकारी निदेशक, भारत, क्‍लाइमेट ग्रुप ने बताया, ”हम गोदरेज एंड बॉयस को स्‍मार्टर ऊर्जा उपयोग में उनके अग्रणी होने पर उन्‍हें बधाई देते हैं। ईपी100 से जुड़कर और अपनी ऊर्जा उत्‍पादकता को बढ़ाकर, कंपनियां अपने उत्‍सर्जन को कम करती हैं और वो वार्षिक रूप से लाखों डॉलर्स बचा सकती हैं। चूंकि पेरिस समझौते की वर्षगांठ आने वाली है, इसलिए हम अन्‍य प्रमुख व्‍यवसायों को आह्वान करते हैं कि वो इसका पालन करें और स्‍वच्‍छ ऊर्जा को अपनाने की गति बढ़ाने में मदद करें।”

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